सरकार व RBI बढ़ा सकते हैं लोन चुकाने में छूट की अवधि, बैंक कर रहे विरोध
नई दिल्ली – वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मंत्रालय भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के साथ लोन मोरेटोरियम को बढ़ाने के लिए बातचीत कर रहा है। लोन मोरेटोरियम की सुविधा 31 अगस्त को समाप्त हो जाएगी। 31 अगस्त के बाद भी ग्राहकों के लिए लोन चुकाने में छूट की अवधि बढ़ सकती है। लेकिन बैंकों की ओर से इसका विरोध किया जा रहा है। सीतारमण ने उद्योग संगठन फिक्की ( FICCI ) के एक कार्यक्रम में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर का जिक्र करते हुए कहा कि लॉकडाउन की वजह से ये सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इस सेक्टर को इस साल 90,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है।
इस सप्ताह की शुरुआत में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के साथ एक बैठक के दौरान, भारती एंटरप्राइजेज के वाइस चेयरमैन राकेश भारती मित्तल ने भी स्थगन का विस्तार करने की मांग की थी और चेतावनी दी थी कि अगर आगे भी ये सुविधा नहीं दी गई, तो इस साल एनपीए सूची में शामिल होने वाली कंपनियां ज्यादा होंगी।
वहीं शुक्रवार को देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने अपने तिमाही नतीजे घोषित किए। परिणाम से यह स्पष्ट हुआ कि वह अधिस्थगन को बढ़ाने के पक्ष में नहीं है। एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि जिन 9.5 फीसदी खाताधारकों ने अधिस्थगन का लाभ उठाया था, उनमें से बैंक द्वारा किए गए खातों की जांच के आधार पर 5.2 फीसदी कॉर्पोरेट इकाइयां थीं, जो सितंबर से ऋण सेवा देने की स्थिति में थीं। सिर्फ एसबीआई ही नहीं, बल्कि एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने भी कहा था कि कर्ज स्थगन को आगे नहीं बढ़ाना चाहिए। जो लोग भुगतान करने की क्षमता रखते हैं, चाहे वह इंडिविजुअल हों या कॉरपोरेट्स, वे भी इस अधिस्थगन का लाभ उठा रहे हैं।