मध्य प्रदेश

मंगलवार को 4 जिलों से शुरू हुई समरसता यात्रा

श्योपुर में केन्द्रीय मंत्री तोमर, माण्डू में पूर्व मंत्री विजयवर्गीय, बालाघाट में मंत्री भूपेन्द्र सिंह और नीमच में मंत्री सखलेचा ने किया यात्रा का शुभारंभ

भोपाल

संत शिरोमणि रविदास जी महाराज की समरसता यात्रा मंगलवार 25 जुलाई को चार स्थानों से प्रारंभ हुई। श्योपुर में केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, धार जिले के माण्डू में पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, बालाघाट में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह और नीमच में एम.एस.एम.ई मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा ने यात्रा की शुरूआत की।

संत शिरोमणि गुरूदेव रविदास जी महाराज की समरसता यात्रा का श्योपुर में भव्य शुभारंभ केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री तथा क्षेत्रीय सांसद नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा किया गया। तोमर सीप नदी से जल संग्रहण कर कलश सिर पर धारण कर यात्रा में चले। नागरिकों ने समरसता यात्रा का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया। केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर ने शुभारंभ में संत रविदास महाराज के चित्र और जल कलश एवं संग्रहित मिट्टी का पूजन किया। अलौकिक एवं आध्यत्मिक वातावरण के बीच रविदास जी महाराज की चरण पादुका का पूजन भी किया। केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर ने बताया कि सागर में संत शिरोमणि गुरूदेव रविदास जी महाराज का विशाल एवं भव्य मंदिर बनाया जा रहा है। प्रदेश की नदियों तथा 313 गाँव की मिट्टी का संग्रहण कर मंदिर निर्माण में उपयोग तथा संत रविदास जी की सामाजिक समरसता की विचारधारा का संदेश देने के उद्देश्य से प्रदेश के 5 जिलों से समरसता यात्रा निकाली जा रही है।

सहरिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष तुरसनपाल बरैया, मध्यप्रदेश बाँस एवं बाँस शिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं यात्रा के प्रभारी धनश्याम पिरोनिया ने संत पूजन कर यात्रा को रवाना किया। गिरवरधारी हनुमान मंदिर के मंहत कृष्णबिहारी दास जी महाराज, शहरकाजी अतीक उल्ला कुरैशी, जाटखेड़ा हनुमान मंदिर के संत लखनदास जी महाराज तथा गुरूद्वारा श्योपुर के ग्रंथी हीरा सिंह जी का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इसके बाद यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

माण्डू

संत रविदास जी की लोक कल्याण की अवधारणा सरकार की पथ प्रदर्शक है। सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, सबका विश्वास के मूल में संत रविदास जी के विचार ही हैं। महाराज का जीवन और दर्शन हमें सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उनके दर्शन को जन-जन तक पहुँचाने के लिये इस यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह बात संत शिरोमणि रविदास जी मंदिर निर्माण यात्रा एवं समरसता संदेश यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर मांडू के चतुर्भुज राम मंदिर परिसर में आयोजित संवाद कार्यक्रम में पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कही। उन्होंने कहा कि संत रविदास जी आज भी प्रासंगिक हैं। संत रविदास जी ने दोहों के माध्यम से सामाजिक रूढ़ियों पर कड़े प्रहार किए। उन्होंने युवाओं को जोड़ने का काम किया। विजयवर्गीय ने संत रविदास जी के दोहे गाकर उनका अर्थ भी समझाया।

युवा आयोग के अध्यक्ष निशांत खरे ने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य का क्षण है कि हम मध्यप्रदेश सरकार द्वारा करोड़ों की लागत से सागर में संत के मंदिर निर्माण के साक्षी होंगे। संत रविदास जी के जन्म स्थान काशी से गंगाजल, निर्वाण स्थल चित्तौड़ से मिट्टी और माण्डव जो संत की तपोस्थली रही है, यहाँ की मिट्टी सागर ले जाई जा रही है।

बालाघाट

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बालाघाट में संत रविदास समरसता यात्रा शुभारंभ किया। सिंह ने कहा कि मुख्य्मंत्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार संत रविदास जी के बताये मार्ग पर चलकर समाज में सामाजिक समरसता लाने एवं गरीब कल्याण के कार्य में जुटी है। संत महात्माओं की विरासत को आगे बढ़ाने को निरंतर काम हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार एवं मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार देश की सांस्कृतिक एकता को सुदृढ़ करने के लिए काम कर रही है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण, केदारनाथ मंदिर का निर्माण, उज्जैन में महाकाल लोक निर्माण, चित्रकूट में राम पथ गमन, डॉ. आम्बेडकर की जन्म-स्थली महू में संग्रहालय निर्माण इसी दिशा में किये गये काम है। अब सागर के बड़तुमा में संत रविदास जी का मंदिर बनाने का काम प्रारंभ किया जा रहा है। यह विश्वव का सबसे बड़ा मंदिर होगा।

आयुष एवं जल संसाधन राज्य मंत्री रामकिशोर नानो कावरे ने कहा कि संत रविदास जी ने समाज में समरसता बढ़ाने एवं भेदभाव को दूर करने का संदेश दिया है। प्रधानमंत्री मोदी एवं मुख्यमंत्री चौहान ने रानी दुर्गावती, भगवान बिरसा मुंडा, रानी अवंति बाई, डॉ आम्बेडकर, महात्मा फुले, माता सावित्री बाई फुले जैसे वीरों एवं समाज सुधारकों को सम्मान देने का काम किया है।

गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद, मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र जामदार ने भी संबोधित किया। अतिथियों ने संत रविदास जी एवं भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्या्र्पण और संत रविदास जी की चरण पादुका का पूजन किया।

एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने नीमच जिले के नयागॉव से संत शिरोमणि रविदास मंदिर निर्माण समरसता यात्रा के भव्य शुभारम्भ किया। मंत्री सखलेचा ने कहा कि रविदास जी महाराज ने सामाजिक समरसता पर आधारित समतामूलक समाज के निर्माण का संदेश दिया है। समाज के सभी लोगों को मिल-जुलकर रहने और ज्ञान के मार्ग पर चलकर ईश्वर की आराधना पर बल दिया है। हम सभी रविदास जी महाराज के जीवन दर्शन को अपने जीवन में अपनाएँ और समतामूलक समाज निर्माण में सहभागी बने। प्रदेश सरकार सबका साथ, सबका विश्वास एवं सबका विकास के मूलमंत्र को ध्यान में रख, कार्य कर रही है।

पवन पाटीदार एवं संत रामदास जी महाराज ने चरण पादुका का पूजन-अर्चन कर यात्रा का शुभारम्भ किया। मंत्री सखलेचा चरण पादुका एवं पवन पाटीदार ने मिटटी और जल संग्रहण कलश को सिर पर लेकर नयागॉव में यात्रा में शामिल हुए।

भजन मण्डली ने सदगुरू रविदास के भजनों की संगीतमय प्रस्तुति दी। यात्रा मे जन-प्रतिनिधि, त्रि-स्तरीय पंचायतों के प्रतिनिधि, पार्षद और नागरिक उपस्थित थे।

संत रविदास समरसता यात्राएँ यात्रा मार्ग के जिलों के जिन ग्रामों से होकर गुजरेगी वहाँ संत रविदास जी की चरण पादुका का पूजन किया जायेगा। इस दौरान जन संवादों का आयोजन कर आम जन को संत रविदास जी के विचारों एवं संदेश से अवगत कराया जायेगा और उनका अनुसरण करने की अपील की जायेगी।

 

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