मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने ग्रामीण को उतारा मौत के घाट
कांकेर। जिले के कोयलीबेड़ा थाना इलाके के जूंगड़ा गांव के एक व्यति की हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों ने ली। 26 जून को जूंगड़ा निवासी सनकू राम गोटा की हत्या कर नक्सलियों ने शव फेंक दिया था। पुलिस अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही थी।
सप्ताह भर बाद नक्सलियों ने कोयलीबेड़ा-आलपरस मार्ग में बैनर पोस्टर लगाकर हत्या की जिम्मेदारी ली है। नक्सलियों ने मुखबिरी की शक में हत्या करना स्वीकार किया है। बैनर में लिखा है कि पार्टी का समाचार कोयलीबेड़ा थाने में देने के कारण मौत का घाट उतारा गया है।
गौरतलब हो कि नक्सली जब किसी व्यक्ति को मुखबिरी के शव में हत्या करते है तो वही पर्चा छोड़ कर जाते है या दूसरे तीसरे दिन बैनर-पोस्टर लगाकर हत्या करने की जिम्मेदारी लेते है। सनकू राम गोटा की हत्या 26 जून को हुई थी, नक्सलियों ने इसकी जिम्मेदारी सप्ताह भर बाद ली है।
कोयलीबेड़ा थाना प्रभारी ने बताया कि 26 जून को सुबह 11 बजे ग्राम जूंगड़ा के सनकु राम गोटा की हत्या की सूचना को लेकर सरपंच (पानीडोबिर) के नेतृत्व में ग्रामीण थाना आए थे। थाना स्टाफ, ग्रामीण/परिजनों के सहयोग से मृतक के शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोयलिबेड़ा लाकर पोस्टमॉर्टम कराया गया।
थाना कोयलिबेड़ा ने मामला दर्ज कर हत्या की जांच शुरू की। इसी बीच अब नक्सलियों ने बैनर लगाकर हत्या की बात स्वीकार की है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।