भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने बस्तर के आम लोगों को भी दिल्ली के लिए हवाई सुविधा और प्रदेश के महार/मेहरा/मेहर जाति को छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति की सूची में प्रतिस्थिापित करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों को लेटर लिखा है।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने बस्तर के आम लोगों को भी दिल्ली के लिए हवाई सुविधा और प्रदेश के महार/मेहरा/मेहर जाति को छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति की सूची में प्रतिस्थिापित करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों को लेटर लिखा है।
पूर्व सीएम ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में प्रदेश के महार/मेहरा/मेहर जाति को छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति की सूची में प्रतिस्थिापित करने का अनुरोध किया है। पूर्व सीएम रमन सिंह ने पत्र में लिखा कि छत्तीसगढ़ राज्य में महारा/महरा जाति को छत्तीसगढ राज्य अनुसूचित जाति की सूची के सरल कमांक 33 में महार/मेहरा/मेहर के साथ प्रतिस्थापित करने के लिए समाज के प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन प्रस्तुत किया है।
महारा समुदाय की जनसंख्या करीब 6 लाख से अधिक
उन्होंने विशेष ध्यान दिलाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग में महारा समुदाय की जनसंख्या लगभग 6 लाख से अधिक है, जो वर्ष 1992 से आरक्षण से वंचित हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने महरा, माहरा समुदाय को छत्तीसगढ़ की अनुसूचित जातियों की सूची में महार, मेहरा, मेहर की पर्यायवाची के रूप में शामिल करने की अनुशंसा प्रस्ताव 7.12.2021 23.12.2021. 10.01.2022 और 28.01.2022 अनुसार की है। प्रक्रिया अनुसार भारत के महारजिस्ट्रार एवं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने प्रस्ताव का परीक्षण कर सहमति व्यक्त कर दी है। जिसमें कि भारत सरकार राजपत्र दिनांक 18.12. 2002 अनुसार पूर्ववर्ती मध्यप्रदेश सरकार में महार, मेहरा, मेहर, महारा को अनुसूचित जाति की श्रेणी में रखने की मान्यता प्रदान कर दी है।
इस संबंध में डॉ रमन सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह जो भारत के संविधान के अनुच्छेद 341 (2) के परिपेक्ष्य में प्रस्ताव संसद के विचारार्थ एवं पारित करने के लिए विधेयक के रूप में प्रसंस्कृत किये जाने के लिए विधेयक संसद में प्रस्तुत करने के लिए निर्देश देने का आग्रह किया।
बस्तर के लोगों को दिल्ली के लिए हवाई सुविधा की मांग’
इसके साथ ही डॉ रमन सिंह ने गृह मंत्रालय और इंडिगो के मध्य हुए अनुबंध के अनुसार बस्तर के नक्सल मोर्चे पर तैनात हजारों जवानों के लिये बस्तर से दिल्ली तक निःशुल्क हवाई सुविधा के लिए केन्द्रीय मंत्री सिंधिया को आभार प्रकट किया है। इसके बाद उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि बस्तर के आम नागरिकों के लिए दिल्ली के लिए कोई सीधी रेल या बस सेवा नहीं है, गृह मंत्रालय के उपरोक्त अनुबंध अनुसार केवल अर्धसैनिक बल के जवानों के लिये सप्ताह में 3 दिन इंडिगो का 70 सीटर विमान संचालित है। यदि इस 70 सीटर विमान के स्थान पर 114 सीटर विमान का संचालन कर, अर्धसैनिक बल के अलावा शेष 30-40 सीटें आम नागरिकों के लिये आरक्षित कर, हवाई सेवा संचालित की जाये, तो आम नागरिकों को सहुलियत होगी।
जवानों को निश्शुल्क हवाई सुविधा देने पर जताया आभार
रमन ने अपने पत्र के माध्यम से गृह मंत्रालय और इंडिगो के मध्य हुए अनुबंध के अनुसार बस्तर के नक्सल मोर्चे पर तैनात हजारों जवानों के लिए बस्तर से दिल्ली तक निश्शुल्क हवाई सुविधा के लिए मंत्री सिंधिया को आभार भी प्रकट किया।