टीएस सिंहदेव ने कहा- कांग्रेस कारोबार का माध्यम नहीं
रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव ने अपनी नाराजगी की खबरों के बीच बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उनके लिए हमेशा जनता की सेवा करने का जरिया रही है। कांग्रेस कभी भी ‘कारोबार का माध्यम’ नहीं हो सकती। उन्होंने यह भी कहा कि वह अच्छे अवसर की तलाश में यह रास्ता नहीं छोड़ सकते। सिंहदेव ने यह टिप्पणी ऐसे वक्त की है जब कुछ दिनों पहले एक कथित ऑडियो क्लिप सामने आई थी जिसमें वह आंदोलनकारी दिहाड़ी मजदूरों से यह कहते सुने जा सकते हैं कि वह खुद हाशिये पर हैं और वह उनके लिए बहुत कुछ नहीं कर सकते।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं कांग्रेस को कारोबार के माध्यम के तौर पर नहीं देखता। यह पार्टी मेरे लिए हमेशा जनता की सेवा करने का जरिया रही है। सच और सेवा का मार्ग कभी किसी के लिए आसान नहीं रहा है। यह मुश्किलों से भरा होता है।’’ सिंहदेव ने कहा कि वह इस तरह की राजनीति नहीं करते कि अच्छे अवसर की तलाश में सेवा का मार्ग छोड़ दें। टीएस सिंहदेव ने कहा कि मैं कभी भी बीजेपी ज्वाइन नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अधिकांश कार्यकर्ता और नेता पार्टी और उसके मूल्यों के प्रति वफादार हैं। अगर कुछ लोगों ने हाल के दिनों में हार मान ली है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि पार्टी के अन्य सदस्य समान रूप से अवसरवादी हैं।
सचिन पायलट का किया था समर्थन
टीएस सिंहदेव ने सचिन पायलट का सर्मथन किया था। दरअसल, राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट अपनी ही पार्टी के सरकार के खिलाफ अनशन में बैठे थे। ऐसे में टीएस सिंहदेव ने समर्थन करते हुए कहा था कि सचिन पायलट ने कोई लक्ष्मण रेखा पार नहीं की है। सतिन पायलट का अनशन करना पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले जो वादा किया गया था उसे पूरा नहीं किया गया जिस कारण से पायलट को लगता है कि वो जनता को क्या जवाब देंगे।
टीएस सिंहदेव की नाराजगी की वजह कांग्रेस के ढाई-ढाई साल के फॉर्म्यूले को बताया जा रहा है। दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में जब कांग्रेस की सरकार बनी थी उसे समय ये तय किया गया था कि राज्य में ढाई-ढाई साल का सीएम बनाने का फॉर्म्यला तैयार हुआ था। टीएस सिंहदेव कई बार अपने सीएम बनने की इच्छा को जाहिर कर चुके हैं। अभी हाल ही में उन्होंने कहा था कि आखिर में सीएम क्यों नहीं बन सकता हूं।