मुख्यमंत्री बघेल के साधु-संतों को लेकर दिए गये बयान पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कटाक्ष कर कहा, भूपेश को समझ नहीं आएगा, साधु-संत किसी पार्टी के नहीं होते
रायपुर में चल रही धर्म सभा को लेकर राजनीति गरमाने लगी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साधु-संतों को लेकर दिए गया बयान पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कटाक्ष किया है। रमन सिंह ने कहा कि, भूपेश को समझ नहीं आएगा, यह साधु-संतों की रैली है और सामाजिक समरसता के लिए निकाली गई थी। साधु-संत किसी भी पार्टी के नहीं होते, वह केवल सर्व समाज के होते हैं। यह एक धर्म सभा है। भूपेश को तो सभी भाजपा के ही दिखते हैं। पता नहीं कांग्रेस में कौन हैं। पूर्व सीएम डॉ. सिंह रविवार के बालोद में सामाजिक समरसता सम्मेलन और रंग महोत्सव कार्यक्रम में बोल रहे थे।
बुनकर समितियों का कर्ज किया माफ
अर्जुंदा नगर में देवांगन समाज की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि, छत्तीसगढ़ के प्राचीनतम समाजों में से बुनकर देवांगन समाज की बड़ी भूमिका है। मुख्यमंत्री बनते ही समाज के लोगों से मैने चर्चा की और समाज के पीछे जाने के कारणों का पता लगाया। तब एक ही बात सामने आई कि बुनकर सहकारी समितियां कर्ज में है। बैंक से लोन नहीं मिलता। उसी दिन निर्णय लिया गया और बुनकरों के कर्ज माफ किया। यह भी निर्णय लिया कि बुनकरों के बनाए कपड़े स्कूल के बच्चे पहनेंगे। आज कोसा की पहचान देवांगन समाज से है।
जनता के दिलों में रही मेरी योजनाएं
रमन सिंह ने कहा कि, मैं प्रदेश का मुख्यमंत्री रहूं या ना रहूं, मेरी बनाई योजनाएं जनता के दिलों में हमेशा रहेंगी। मुझे सुकून की नींद आ पाती है, क्योंकि मैंने लोगों के लिए कुछ किया है। कहा कि, 80 लाख गरीब परिवारों के लिए चावल पहुंचाया और मेरे जो दिल से जुड़ी योजनाएं हैं, उसमें मुख्यमंत्री कन्या विवाह शामिल है। यहां समाज ऊंच नीच का कोई भाव नहीं होता। एक मंच पर सभी आते हैं। कहा कि, अर्जुंदा, छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक केंद्र बिंदु हुआ करता था। इस माटी में कला को जीने वाले लोगों ने जन्म लिया है। अर्जुंदा में आना मेरा सौभाग्य है। समाज के लिए अर्जुंदा हमेशा प्रेरणा देने वाली जगह रहा है।
सर्व समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सम्मानित
कार्यक्रम में समाज की ओर से सामाजिक समरसता सम्मान करते हुए सर्व समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों का सम्मानित किया गया। इस आयोजन के माध्यम से समाज के लिए विधायक बनाने की मांग भी मंच से माध्यम रखी गई। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर सभी समाज समरसता बनाने की कोशिश की जाएगी। सभी समाज का योगदान सरकार में हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा। कार्यक्रम में सांसद मोहन मंडावी, विधायक कुंवर सिंह निषाद, भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
वनवासियों ने भगवान राम को रास्ता बताया था
धर्मसभा की अध्यक्षता करते हुए जूना अखाड़े के प्रमुख अवधेशानंद गिरी ने कहा कि हिंदू जब कट्टर होगा तो शांति होगी। हिंदू सबको पूजता है। सत्य की रक्षा के लिए हिंदू अपनी पत्नी-बच्चों को बेच देगा। छत्तीसगढ़ के वनवासियों के सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वनवासियों का उपकार भुलाया नहीं जा सकता। वनवासियों ने भगवान राम को रास्ता बताया था।
पूरे विश्व में हिंदू धर्म छाया हुआ है
अवधेशानंदजी ने कहा कि हमारी संस्कृति सब अपना रहे हैं। फिर भी हम यहां हिंदू राष्ट्र नहीं कह पा रहे है। पीएम ने भी विदेशों में योग को पहुंचाया। जी20 की भारत आज अध्यक्षता कर रहा है। शोध से पता चला है कि पूरे विश्व में हिंदू धर्म छाया हुआ है। अकेले अमेरिका में 12 लाख योग केंद्र हैं। संत वृक्ष के समान हैं। संत दूसरों के लिए ही है। इस मंच पर आकर मैं खुश हूं। यह दृश्य कुंभ जैसा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ियां सब ले बढ़िया हैं।
प्रायोजित धर्मांतरण हो रहा है: वासुदेवाचार्य
काशी पीठ के शंकराचार्य वासुदेवाचार्य ने कहा कि प्रायोजित धर्मांतरण हो रहा है। गैर भाजपा शासित प्रदेशों में ही ऐसी साजिश चल रही है। देश में आतंक फैलाने हजारों करोड़ की फंडिंग विदेशों से हो रही है। हिंदू सशक्त हो तभी हिंदू राष्ट्र बनेगा।
समरसता यात्रा का किया गया समापन
छत्तीसगढ़ की चार दिशाओं से हिंदू स्वाभिमान जागरण एवं सामाजिक समरसता यात्रा निकाली गई थी। इसका समापन रावणभाठा मैदान में संकल्प धर्मसभा में अनेक संतों के उद्बोधन के साथ हुआ। धर्मसभा में साधु-संतों ने हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। छत्तीसगढ़ में हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा का संयोजन विश्व हिंदू परिषद ने 18 फरवरी को चार शक्तिपीठों से किया था।
धर्मांतरण गैर भाजपा शासित राज्यों में क्यों हो रहा है?
सीएम भूपेश बघेल ने धर्मसभा के लेकर कहा कि भाजपा समर्थित साधु संत जनता को गुमराह कर रहे हैं। अमित शाह साफ कर चुके हैं कि देश संविधान से चलेगा। यानी भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य है। इस पर पलटवार करते काशी के स्वामी जितेंद्र आनंद सरस्वती ने मंच से कहा कि देश में साजिशों की कुछ जड़ें छत्तीसगढ़ से हैं। सर्वाधिक धर्मांतरण गैर भाजपा शासित राज्यों में क्यों हो रहा है। यह भी सोचना चाहिए।