सिकलीगर गैंग पर NIA ने मारी दबिश,मूसेवाला हत्याकांड में MP से ही हुई हथियारों की सप्लाई
ग्वालियर
एनआईए (नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी) द्वारा मंगलवार सुबह अंचल के भिंड-मुरैना में सर्चिंग अभियान शुरू किया गया है, जिससे यहां हड़कंप मचा हुआ है। बताया गया है कि गैंगस्टर और उनसे जुड़े सिंडिकेट की पतारसी करने के लिए की गई इस कार्रवाई में एनआईए के निशाने पर हथियार तस्कर हैं।
इसके लिए प्रदेश के खरगोन, धार, भिंड, बुरहानपुर, जबलपुर, मुरैना इलाकों में सर्चिंग की जा रही है।
सिधू मूसेवाला कांड में भेजे गए थे हथियार
आपको बता दे NIA Raid साल हुए चर्चित मूसेवाला हत्याकांड के लिए भी मध्यप्रदेश से ही हथियारों की सप्लाई की गई थी। इतना ही नहीं टेरर फंडिंग और गैंगवार से जुड़े हुए मामलों में मध्यप्रदेश के सिकलीगर गैंग का हाथ बताया जा रहा है।
तीन महीने पहले भी पकड़े गए थे हथियार
आपको बता दें 3 महीने पहले भी NIA Raid खरगोन से पंजाब पुलिस ने 80 से अधिक हथियारों को जप्त किया था। जिसके बाद से ही इस चीज को लेकर सर्चिंग जारी थी। खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के अनुसार हथियारों को बेचने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जाता था। इतना ही नहीं खुफिया एजेंसी को कुछ ऐसे वीडियोज भी मिले हैं जिनसे पता चला है कि सोशल मीडिया पर हथियारों की टेस्टिंग और निशानेबाजी की वीडियो के माध्यम से ये काम किया जाता था। सूत्रों के अनुसार अवैध हथियारों की बिटकॉइन के माध्यम से भी फंडिंग हो रही।
टैरर फंडिंग मामले को लेकर एनआईए की टीमों द्वारा अंचल के भिंड-मुरैना सहित देशभर में 70 से अधिक शहरों में सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है। दरअसल एनआईए को इनपुट मिला है, कि भिंड-मुरैना से देश भर में अवैध हथियारों की सप्लाई हो रही है। इनमें से कुछ आर्म्स का उपयोग टैरर फंडिंग में हो रहा है, वहीं मूसेवाला की हत्या में प्रयुक्त हथियार भी एमपी से ही सप्लाई होना सामने आया है। जिसके चलते मंगलवार तड़के पांच बजे के लगभग एनआईए की टीमें भिंड व मुरैना पहुंच गई हैं, जिनके द्वारा सर्चिंग की जा रही है।
लोकल पुलिस से बनाई दूरी
एनआईए द्वारा भिंड-मुरैना में की जा रही इंटरस्टेट हथियार तस्करों की सर्चिंग में लोकल पुलिस से दूरी बनाकर रखी गई है। हालांकि पुलिस अफसर दबी जुबान से यह तो स्वीकार रहे हैं, कि एनआईए की टीम सर्चिंग के लिए अंचल में आई हैं, लेकिन वह क्या कार्रवाई कर रही हैं, इस बारे में वह कोई जानकारी नहीं दे पा रहे हैं।