बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की बेटी त्रिशाला दत्त एक बार फिर से सु्र्खियों में हैं। बीते साल उनके ब्वॉयफ्रेंड की असमय मौत हो गई थी। जिसके बाद वह काफी टूट गई थीं। उनके ब्वॉयफ्रेंड की मौत को एक साल हो चुके हैं। आज ब्वॉयफ्रेंड की पहली पुण्यतिथि पर त्रिशाला दत्त ने एक भावुक पोस्ट लिखा है। इस पोस्ट में उन्होंने अपनी जिंदगी के बुरे अनुभवों के अलावा मां ऋचा शर्मा और ब्वॉयफ्रेंड के बारे में ढेर सारी बातें लिखी हैं।
त्रिशाला दत्त ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट को प्राइवेट किया हुआ है, लेकिन वह काफी सक्रिय रहती हैं। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भावुक पोस्ट में लिखा हैं। जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, ‘आज ही के दिन एक साल मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई थी और मेरी जिंदगी बदल गई। मैंने अपने दुःख कम करने के लिए बहुत सी चीजें की हैं। मैं पिछले एक साल से लगभग सोशल मीडिया से भी दूर थी।’
अपनी मां ऋचा शर्मा के बारे में बात करते हुए त्रिशाला ने लिखा, ‘आठ साल की उम्र में अपनी मां को खोना और दो दशकों से इस पर काम कर रही हूं। आश्चर्यजनक तौर पर मैं ऐसी खूबसूरत आत्मा को खोने के लिए तैयार नहीं थी। यह केवल समय बिताने की बात नहीं है, आप इसे खत्म नहीं करेंगे और आगे नहीं बढ़ेंगे क्योंकि केवल एक या बीस साल की बात नहीं है। आपको जिंदगी के बुरे लम्हों और भावनाओं के रोलरकोस्टर का सामना करना पड़ता है। मुझे पता था कि दुख का मतलब केवल उदास होना नहीं होता है इसलिए मैं भूलने लगी और जिदंगी जीने लगी।’
त्रिशाला ने आगे लिखा, ‘पिछले साल मैं उस समय रोई जब मैंने आंसुओं से पीछा छुड़ा लिया था। मैंने अपनी नौकरी छोड़ी दी क्योंकि मैं किसी की मेंटल हेल्थ की देखभाल कैसे कर सकती हूं जब मेरी खुद की खराब है। कई सार्वजनिक ब्रेकडाउन पर लोगों ने मुझसे आकर पूछा कि क्या आपको किसी मदद की जरूरत है। मैंने हर चीज खाई और करीब 13 किलो वजन बढ़ा लिया। खैर यह सब ठीक है, यह प्रक्रिया है और ऐसा कुछ भी नहीं जिसे मैं ठीक नहीं कर सकी। जब मैं सही अवस्था में हूं। हालांकि, मेरे लिए इस परिस्थिति में उन चीजों के आसपास रहना लाभदायक है जो मुझे उनकी याद दिलाती है। मुझे यह सब स्वीकार करते हुए बहुत शर्म आती है क्योंकि मैं खुद में एक अच्छी थेरेपिस्ट हूं जिसके बहुत सारे दोस्त हैं। हर किसी की नुकसान होने की अलग प्रक्रिया है, और ऐसा करने का कोई सही तरीका नहीं है।’