प्रदेश के जिला जेलों में सबसे ज्यादा बंदियों को रखने वाली जिला जेल बनाए जाने का इंतजार अब ख़त्म !
ग्वालियर
प्रदेश के जिला जेलों में सबसे ज्यादा बंदियों को रखने वाली जिला जेल बनाए जाने का इंतजार पिछले 15 सालों से हो रहा है। इस दौरान इसके निर्माण की कास्ट साढ़े तीन गुना बढ़ गई। अब इस जेल का पूरा निर्माण करने के लिए आठ करोड़ रुपए की ओर जरुरत है। यह जेल भिंड जिले में बनाई जा रही है। जो पिछले 15 सालों से अधूरी ही है। इस जेल का निर्माणधीन कुछ हिस्सा भी 10-12 साल अब पुराना हो चुका है। भिंड की पुरानी जेल पिछले साल गिर गई थी, अब भिंड जिले में जिला जेल है ही नहीं। इस जेल के बंदी पिछले डेढ़ साल से जिले की उपजेलों में बंद रखे गए हैं। भिंड में नई जिला जेल बनाने का प्रोजेक्ट 15 साल पहले यानि वर्ष 2007 में तैयार हुआ था। यह प्रदेश की सबसे ज्यादा बंदियों को रखने वाली जिला जेल बनाई जा रही थी। जिसमें 560 बंदियों को रखने की क्षमता के अनुसार निर्माण करवाया जा रहा था। तब जेल बनाने की लागत 9 करोड़ रुपए थी। पीडब्ल्यूडी को इसका काम दिया गया।
गिर गई पुरानी जेल
इसी दौरान पिछले साल भिंड की पुरानी जिला जेल गिर गई। आनन-फानन में यहां के बंदियों को जिले की मेहगांव, लहार और गोहद उपजेलों में शिफ्ट किया गया। यहां के जेल स्टाफ को भी इन तीनों जेलों में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद नई जेल तेजी से बनाने का दबाव पीडब्ल्यूडी पर बढ़ा। इसी दौरान अब आठ करोड़ रुपए की मांग और सामने आ गई।
दस साल पुराना हुआ निर्माण
इस जेल का कुछ निर्माण अब दस साल पुराना हो गया है। इसमें कर्मचारियों और अफसरों के रहने के लिए क्वार्टस बनाए जा चुके हैं। जेल का कुछ हिस्सा भी बनाया जा चुका है। यह निर्माण अब दस साल पुराना हो गया है।