मध्य प्रदेश

खनिज मद की राशि का उपयोग मानव सूचकांकों को बेहतर करने में करें – कलेक्टर

रीवा
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर मनोज पुष्प ने खनिज मद से स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि खनिज मद से उन कार्यों के लिए राशि दी जाती है जो जनकल्याण के लिए अतिआवश्यक हैं तथा जिनके लिए विभागीय मद में राशि नहीं है। जिले की स्वास्थ्य, शिक्षा तथा महिलाओं के कल्याण को बेहतर करने के लिए खनिज मद का उपयोग करें। खनिज मद की राशि का उपयोग करते हुए जिले के मानव सूचकांकों को बेहतर करें। इस मद से एक वर्ष पूर्व जो कार्य मंजूर किये गये थे उन्हें समय सीमा में पूरा करें। यदि कार्य अप्रारंभ हैं तो इसकी राशि निर्माण एजेंसी तत्काल वापस करें। कार्यों में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करें। ठेकेदारों द्वारा यदि खनिज मद के कार्य में लापरवाही बरती गई हो तो उन्हें जिले में किसी भी विभाग से कार्य नहीं मिलेगा।

कलेक्टर ने कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। कार्यपालन यंत्री पीएचई नल जल योजनाओं के लिए आवंटित राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें। पूर्ण नल जल योजनाओं का भौतिक सत्यापन भी करायें। उप संचालक पशुपालन खनिज मद स्वीकृत 250 मुर्गी पालन शेडों का निर्माण समय सीमा में कराये। नईगढ़ी में स्वास्थ्य विभाग के लिए स्वीकृत प्रसूति कक्ष तथा पोस्र्टमाटम रूम के निर्माण की बाधाऐ दूर कर इनका तत्काल निर्माण कार्य शुरू कराये। जिला शिक्षा अधिकारी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए आवंटित राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। सभी निर्माण कार्यो में खनिज मद का उल्लेख करते हुए बोर्ड अनिवार्य रूप से लगायें। बैठक में परियोजना अधिकारी जिला पंचायत संजय सिंह ने खनिज मद से स्वीकृत कार्यो की जानकारी प्रस्तुत की। बैठक में उप संचालक पशुपालन डॉ. राजेश मिश्रा, प्राचार्य डाइट एसएन शर्मा, कार्यपालन यंत्री पीएचई शरद सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनएन मिश्रा तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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