ग्वालियर में हत्या के बाद आत्महत्या: मासूम बेटा-बेटी की हत्या कर की खुदकुशी
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ग्वालियर
महाराजपुरा इलाके में किराए से रहने वाले स्कूल कर्मचारी और उसकी पत्नी व दोनों बच्चों की मौत का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जिस कमरे में यह लोग किराए से रहते थे, उसी में चारों की लाश मिली है। स्कूल कर्मचारी और उसके बेटे की लाश फंदे से लटकी हुई मिली, जबकि स्कूल कर्मचारी की पत्नी व डेढ़ साल की मासूम बेटी जमीन पर मृत अवस्था में पाए गए। स्कूल कर्मचारी की पत्नी और बेटी के मुंह से झाग निगल रहा था। जिस हालात में चारों की लाश मिली है, उससे फिलहाल पुलिस अफसरों को आशंका है- मां ने बेटी की हत्या की फिर खुद जहर खा लिया। जब इन दोनों को मृत अवस्था में देखा तो स्कूल कर्मचारी ने बेटे को फांसी के फंदे पर लटका दिया, फिर खुद फांसी लगा ली। क्योंकि पति-पत्नी में डेढ़ साल की मासूम बेटी के स्वास्थ्य को लेकर अक्सर झगड़ा होता था। स्कूल कर्मचारी की जेब से गर्भपात की दवा भी मिली हैं। पुलिस अफसर फिलहाल इस मामले में कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन परिस्थितिजन्य साक्ष्य हत्या के बाद आत्महत्या की कहानी ही बता रहे हैं। महाराजपुरा पुलिस ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाकर मर्ग कायम कर लिया है।
मूल रूप से मुरार स्थित नदीपार टाल का रहने वाला जितेंद्र वाल्मीक उम्र 32 वर्ष सफाई कर्मचारी था। कुछ समय पहले उसकी नौकरी महाराजपुरा गांव के पास स्थित इरा वर्ल्ड स्कूल में लगी थी। उसकी नौकरी लगने के बाद वह पत्नी निर्जला, 4 वर्षीय बेटे कुलदीप और डेढ़ साल की बेटी जान्हवी को लेकर स्कूल के पास ही किराए से रहने लगा था। वह महाराजपुरा गांव में राकेश गुर्जर के मकान में एक कमरे में किराए से रहता था। शुक्रवार सुबह से उसके कमरे का दरवाजा बंद था। बीती रात उसी घर में रहने वाले किराएदारों ने शोर की आवाज सुनी थी, लेकिन सुबह से बच्चों तक की आवाज नहीं आई। इसके चलते किराएदारों को सुबह से संदेह हो रहा था। सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया ने बताया कि शाम करीब 5 बजे तक जब दरवाजा नहीं खुला और अंदर से कोई आहट नहीं सुनाई दी तो पड़ोसी किराएदार रवि माहौर ने आवाज लगाई। अंदर से कोई जवाब नहीं आया, उसे संदेह हुआ तो उसने खिड़की से झांककर देखा। अंदर का दिल दहला देने वाला दृश्य देखकर उसके मुंह से चीख निकल पड़ी। अंदर जितेंद्र और कुलदीप फांसी के फंदे पर लटके हुए थे। जबकि जमीन पर निर्जला और जान्हवी मृत पड़े थे। उसने 100 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस अफसर फोरेंसिक एक्सपर्ट के साथ पहुंचे। दरवाजा तोड़ा और पड़ताल शुरू की।
सीएसपी भदौरिया ने बताया कि निर्जला के मुंह से झाग निकल रहा था, बेटी के होठ भी नीले थे, उसकी नाक से झाग निकल रहा था। एक ही साड़ी के दो हिस्सों से जितेंद्र और कुलदीप फंदे पर लटके हुए थे। आसपास पूछताछ की तो पता लगा कि जान्हवी के स्वास्थ्य को लेकर झगड़ा होता था। फोरेंसिक टीम ने भी पड़ताल की। अभी तक की जो पड़ताल के बाद स्थिति बन रही है, उससे पुलिस अफसर मान रहे हैं कि पहले निर्जला ने बेटी को मारकर जहर खाया होगा, जब जितेंद्र ने यह देखा तो उसने बेटे को फांसी के फंदे पर लटकाकर खुद आत्महत्या कर ली। यह मामला तो हत्या और आत्महत्या का ही है, लेकिन पूरा घटनाक्रम कैसे हुआ इसे लेकर पड़ताल चल रही है। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार है। शनिवार को चारों के शव का पोस्टमार्टम होगा।