राजनांदगांव : माता-पिता के पूजन से मिलती है अपार सफलता- साध्वी सुशीला बहन
सफलता का रहस्य मातृ-पितृ पूजन- साध्वी सुशीला बहन
राजनांदगांव : सत्संग समिति व हरि ॐ साधक परिवार तुमड़ीबोड के तत्त्वाधान में पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की साधिका शिष्या साध्वी सुशीला बहन का एक दिवशीय गीता भागवत सत्संग व मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम सरस्वती शिशु मन्दिर प्रांगण तुमड़ीबोड में सम्पन्न हुआ ।
आयोजन समिति के खेलुराम साहू व अमरोतन साहू ने बताया कि आज के युवाओं को सही दिशा मिले और माता-पिता के प्रति आदर भाव व सम्मान भाव बढ़े इस हेतु अहमदाबाद से साध्वी सुशीला बहन का आगमन तुमड़ीबोड हुआ, जहां बच्चों के लिए विशेष सत्संग व मातृ-पितृ पूजन के कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ।
साध्वी सुशीला बहन ने प्रवचन में कहा कि – बच्चों को बाल्यकाल में जैसे संस्कार दिया जाए वैसा उसका भविष्य होता है अच्छे संस्कार व्यक्ति को महान बना सकता है और वही बुरे संस्कार इंसान को पतन की खाई में गिरा सकता है । आज के युवाओं में दिनोदिन बढ़ती निराशा, असफलता का एक कारण है अच्छे संस्कार का अभाव । इन्ही कमी को दूर करने के लिए पूज्य बापूजी ने एक अभियान चलाया जो मातृ-पितृ पूजन कहलाया । माता-पिता के पूजन करने से सारे देवी देवताओं का पूजन का फल मिल जाता है और जब पूजन से माता-पिता का दिल भर आता है तो उनके मुख से निकला आशीर्वाद बच्चों की भविष्य बदल जाता है ।
यही अद्भुत नजारा देखने को मिला तुमड़ीबोड में जहां बच्चों ने माता-पिता को आसन पर बिठाकर फूल-मालाएँ पहनायीं, तिलक किया और हाथों में पूजा की थाली लेकर पूजा-अर्चना की । फिर माता-पिता ने बच्चों को हृदय से लगा लिया और शुभ आशीष दी । भारतीय परम्परा की इस झलक को देखकर माता-पिता सहित उपस्थित अन्य लोगों की भी आँखें गीली हो गयीं ।
बाल संस्कार केंद्र के जिला प्रभारी संजय साहू ने बताया कि जिले भर में ऐसे 470 से अधिक आयोजन हुए है जिसमे लाखो लोग लाभान्वित हुए है । गत दिनों में लालबाग सिंधी कालोनी में भव्य रूप से मातृ-पितृ पूजन का आयोजन किया गया जिसमे भारी संख्या में सिंधी समाज के लोग शामिल हुए तथा प्रतिवर्ष इस तरह के आयोजन करने की इक्षा जाहिर की ।
कार्यक्रम में उपस्थित मान्यवरों ने मातृ-पितृ पूजन दिवस के प्रणेता संत श्री आशारामजी बापू की भूरि-भूरि प्रशंसा की व संकल्प लिया कि प्रतिवर्ष 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन मनाएंगे और लोगो को प्रेरित करेंगे ।
कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकगण व पूरे जनसमूह ने उक्त आयोजन को खूब सराहा और भविष्य में ऐसे और भी आयोजन होते रहें, ऐसी इच्छा जाहिर की । बच्चों ने भी वेलेंटाइन डे के बजाय अपने माता-पिता और गुरुजनों का आदर-सम्मान करने के इस दिन को प्रत्येक साल मनाने का संकल्प लिया ।
कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजन समिति के उर्वासन गुरुजी, संतोष साहू, राजू राम साहू, पुरन साहू, नीलकंठ साहू साधक परिवार के कुबेर साहू, कुम्भकार गुरुजी, तल्लूराम साहू, नारायण साहू, हुमन साहू, राजेश भाई, राकेश भाई, अजय भाई, पुरुषोत्तम साहू, तोरण वर्मा, डकेश वर्मा, हेमलता साहू, आशासोनि साह लाल बाग सिंधी कालोनी के शिखा डेमबानी, रानी कटियारा, प्रियल डेमबानी, नीतू लहरवानी, तृप्ति वैष्णव, एरिना चंद्रवंशी, ममता साहू आदि का सहयोग रहा ।