राजनांदगांव : सद्गुरु कबीर संत समागम समारोह में शामिल हुए भोला राम साहू पूर्व विधायक, भागवत साहू अध्यक्ष ने लिया आशीर्वाद
राजनांदगांव। सद्गुरु कबीर संत समागम समारोह माघ मेला कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा प्रतिवर्ष माघ शुक्ल पक्ष दसमी से माघ पूर्णिमा तक। कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा पंथ श्री प्रकाशमुनि नाम साहेब से राजनांदगांव जिले के अन्तर्गत खुज्जी विधानसभा के पूर्व विधायक भोलाराम साहू , भागवत साहू अध्यक्ष जिला साहू संघ राजनांदगांव, देव लाल साहू पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत टेडेसरा, जगमोहन साहू (कबीर पंथी) रामगुलाल घावडे सरपंच ग्राम पंचायत पांगरी खुर्द, रूपेंद्र साहू मीडिया प्रभारी ने सौजन्य मुलाकात कर चरण बंदगी कर आशीर्वाद लिया।
प्रकाशमुनि नाम साहेब ने कथा व्यासपीठ से कहा की सद्गुरु के समक्ष टिक पाना बहुत मुश्किल काम है जब सद्गुरु से सामना होता है तो अंहकारी जीव और अंकुरित जीव भाग खड़े होते हैं। अहंकारी जीव लौटकर वापस नहीं आता और अंकुरित जीव सद्गुरु के बिना नहीं रह सकता वह वापस आ जाता है। जब सद्गुरु की शब्दों की मार होती है तो अंहकारी जीव नहीं आता सतगुरु के हृदय में तुम्हारे लिए आथाह समान है सतगुरु अपनी शरण में आने वाले जीव को अपने बराबर मानता है सद्गुरु ज्ञानी है उनको पता है कि परमात्मा सबके अंदर है फर्क इतना है कि सद्गुरु ज्ञानी होता है और जो आम व्यक्ति होता है उसे उसका ज्ञान नहीं होता है। सद्गुरु की शरण में आने वाले जीव के प्रति आस्था, सम्मान ,स्नेह, प्रेम होता है उन्होंने आगे कहा कि गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताए इस पर विस्तृत प्रवचन करते हुए कहा कि साधक अपने सद्गुरु के हाथ थामे थामे अपने लक्ष्य तक आगे बढ़ता है ।लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद साधक को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आगे बढ़ते रहे सच्चे सद्गुरु होते हैं ऐसे समय में जीव का अंतिम बंधन गुरु तोड़ते हैं जो सद्गुरु होते हैं शिष्य की अज्ञानता को तोड़ते हैं। परमात्मा के चरणों में लिपट जाने से वाले जीव का कल्याण निश्चित है। संत समागम में पहुंचे एवं सेवाधारियों का प्रकाशमुनि नाम साहेब ने बहुत बहुत धन्यवाद ज्ञापन किया एवं आभार व्यक्त किया। तत्पश्चात सद्गुरु की आरती की गई। उक्त जानकारी रूपेंद्र साहू ने दी।