डोंगरगढ़ . नगर के युवा व्यवसायी की आत्महत्या और सुसाइड नोट के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित अग्रवाल समाज के पदाधिकारियों ने थाने का घेराव कर दिया। समाज के हंगामे को देखते हुए पुलिस ने तत्काल युवती सहित उसके दो भाईयों पर मामला दर्ज कर लिया। मामले में पुलिस 14 दिन से सिर्फ जांच का दावा कर रही थी।
नगर के युवा व्यवसायी सूरज नरेडी ने 13 जनवरी को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। तब युवक के परिजन धार्मिक यात्रा पर थे, सूरज के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था। जिसमें उसने आत्महत्या के लिए एक युवती और उसके दो भाईयों को जिम्मेदार बताया था, मामला प्रेम प्रसंग का था, जिसमें मृतक ने खुद के साथ धोखे की बात कही थी। लेकिन सुसाइड नोट में सबकुछ स्पष्ट होने के बाद भी पुलिस ने आगे की कार्रवाई रोक रखी थी, परिजनों ने पूर्व में भी कार्रवाई की मांग पुलिस से की, लेकिन उन्हें जांच जारी होने की बात कहकर लौटा दिया था।
लेकिन शनिवार को परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा, परिजन अग्रवाल समाज के प्रांतीय पदाधिकारियों के साथ थाने का घेराव करने पहुंच गए। जहां समाज पदाधिकारियों ने जमकर हंगामा मचाया। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर युवती व उसके दो भाइयों पर धारा 306, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
अग्रवाल समाज के पदाधिकारियों ने पहले थाना प्रभारी व एसडीओपी से मिलकर कार्रवाई की मांग की। लेकिन अफसरों ने फिलहाल एफआईआर दर्ज नहीं कर पाने की बात कह दी। उन्हें उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन के बाद कार्रवाई का जवाब दिया गया। इससे परिजन और समाज के पदाधिकारी और आक्रोशित हो गए। अफसरों के साथ जमकर तूतू- मैमै होने लगी। स्थिति की जानकारी मिलते ही समाज के अन्य सदस्य भी थाना पहुंचने लगे, स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर लिया। अब मामले में आगे की विवेचना की जाएगी।
व्यवसायी सूरज नरेडी ने अपने सुसाइड नोट में लेन-देन का पूरा ब्यौरा भी दिया है। जिन लोगों को रकम वापस करनी थी, उसकी भी पूरी जानकारी सुसाइड नोट में लिखी है, वहीं जिनसे रुपए लेने थे, उसकी जानकारी भी अपनी डायरी में लिखी है। इसके बाद युवक ने फांसी लगाई है। इधर युवा व्यवसायी के आत्महत्या से परिजन सहित शहर के लोग भी स्तब्ध थे। सुसाइड नोट के भी कार्रवाई नहीं होने से पुलिस पर सवाल उठाए जा रहे थे। सुसाइड नोट पर जिनके नाम दर्ज हैं, वे भी शहर के एक व्यवसायी परिवार से ही संबंध रखते हैं। इसके चलते ही पुलिस पर तत्काल कार्रवाई नहीं करने का आरोप लग रहा था।
सुसाइड नोट के मुताबिक सूरज नरेडी का शहर की ही एक युवती से प्रेम प्रसंग था। युवती ने उससे शादी का वादा भी किया था, लेकिन कुछ दिन पहले ही युवती ने उससे रिश्ता खत्म कर लिया। इसके बाद से सूरज डिप्रेशन में था। सूरज के परिजन इसी बीच धार्मिक यात्रा पर चले गए, सूरज घर में अकेला था, तभी 13 जनवरी की रात उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूरज ने सुसाइड नोट में स्पष्ट किया है वह युवती के धोखे और उसके भाईयों के दबाव की वजह से आत्महत्या कर रहा है। लेकिन पुलिस ने मामले को जांच की बात कहकर अटका दिया था। अब आगे विवेचना की जाएगी।