भूपेश बघेल सरकार छत्तीसगढ़ में युवाओं के विकास और कौशल उन्मुखी के लिए लगातार प्रयासरत है। इस क्रम में सरकार कई आयोजन करवा रही है। पारंपरिक खेलों को समर्पित छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के बाद अब राजधानी रायपुर युवा महोत्सव में 38 विधाओं से गुलजार होगी।
भूपेश बघेल सरकार छत्तीसगढ़ में युवाओं के विकास और कौशल उन्मुखी के लिए लगातार प्रयासरत है। इस क्रम में सरकार कई आयोजन करवा रही है। पारंपरिक खेलों को समर्पित छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के बाद अब राजधानी रायपुर युवा महोत्सव में 38 विधाओं से गुलजार होगी। 28 से 30 जनवरी तक तीन दिवसीय राज्य स्तरीय युवा महोत्सव और छत्तीसगढ़ लोक साहित्य सम्मेलन की शुरुआत कल से रायपुर में होगी। महोत्सव में 15 से 40 वर्ष और 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के प्रदेशभर के तीन हजार प्रतिभागी भाग लेंगे।
पारंपरिक वेशभूषा और व्यंजनों का फूड-फेस्ट भी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं खेल मंत्री उमेश पटेल के नेतृत्व में राज्य शासन, खेल एवं युवा कल्याण विभाग और संस्कृति विभाग की ओर से रायपुर में 28 जनवरी से तीन दिवसीय राज्य स्तरीय युवा महोत्सव और छत्तीसगढ़ लोक साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस युवा महोत्सव में प्रदेशभर के 3 हजार से अधिक प्रतिभागी 38 विविध विधाओं में शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ी ग्रामीण पृष्ठभूमि से संबंधित खेल फुगड़ी, भौंरा, गेड़ी दौड़, कबड्डी एवं खो-खो के साथ-साथ छत्तीसगढ़ी लोक-गीत और लोक-नृत्य करमा, राउत नाचा, पंथी, सरहुल, सुवा, बस्तरिया नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति राज्य स्तरीय युवा महोत्सव में दिखाई देगी। साथ ही छत्तीसगढ़ी संस्कृति से संबंधित चित्रकला, छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वेशभूषा और व्यंजनों का फूड-फेस्ट का आयोजन महोत्सव में किया जाएगा।
लोकनृत्य और करमा नाच का होगा आयोजन
राज्य स्तरीय युवा महोत्सव के पहले दिन 28 जनवरी को राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान खेल संचालनालय परिसर में दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक मुख्य मंच में लोकनृत्य एवं करमा नाच, द्वितीय मंच में बस्तरिया नाच और ओपन मंच में राउत नाचा की प्रस्तुति होगी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम के 1500 सीटर हॉल में दोपहर 2 बजे से शाम 6.30 बजे तक लोकगीत और तात्कालिक भाषण, 100 सीटर हॉल में दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक शास्त्रीय संगीत हिन्दुस्तानी और कर्नाटका संगीत, 60 सीटर हॉल में दोपहर 2 बजे से 7 बजे तक तबला और गिटार वादन की प्रतियोगिताएं होंगी। खेल संचालनालय के ऊपर के हॉल में दोहपर 2 बजे से शाम 6 बजे तक निबंध और चित्रकला प्रतियोगिता होगी। विश्वविद्यालय खेल परिसर के शारीरिक शिक्षा शिक्षण विभाग खुला मैदान और हॉल में दोपहर 1 बजे से खो-खो महिला एवं पुरुष, कबड्डी महिला एवं पुरुष और कुश्ती महिला एवं पुरुष वर्ग की प्रतियोगिताएं होंगी।
29 जनवरी को पंथी नृत्य और सरहुल नृत्य
युवा महोत्सव के दूसरे दिन 29 जनवरी को खेल संचालनालय परिसर के मुख्य मंच में सुबह 9 बजे से दोपहर 4 बजे तक पंथी नृत्य और सरहुल नृत्य, दूसरे मंच में सुबह 9 बजे से 5 बजे तक सुवा नृत्य और पारंपरिक वेशभूषा और ओपन मंच में सुबह 9 बजे से दोपहर 4.30 बजे तक फुगड़ी और भौरा की प्रतियोगिता होगी। पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम के 1500 सीटर हॉल में सुबह 9 बजे से शाम 7.30 बजे तक एकांकी नाटक, 100 सीटर हॉल में सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे शास्त्रीय नृत्य भरत नाट्यम, कत्थक, ओडिसी, कुचीपुड़ी और मणिपुरी नृत्य और 60 सीटर हॉल में सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक बांसुरी वादन, हारमोनियम, मृदंगम, सितार और वीणा प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। खेल संचालनालय के ऊपर के हाल में सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक वाद-विवाद और क्विज प्रतियोगिता तथा खेल परिसर डोम में सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक फूड फेस्टिवल तथा विश्वविद्यालय खेल परिसर मैदान में खो-खो महिला वर्ग सेमी फाइनल और फाइनल राऊंड, कबड्डी महिला वर्ग सेमी फाइनल और फाइनल राऊंड, कुश्ती महिला वर्ग सेमी फाइनल और फाइनल राऊंड और गेड़ी दौड़ का आयोजन होगा।
30 जनवरी को रॉक बैंड का आयोजन
राज्य स्तरीय युवा महोत्सव के अंतिम दिन यानी 30 जनवरी को खेल संचालनालय परिसर साइंस कॉलेज मैदान के मुख्य मंच में सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक रॉक बैंड, विश्वविद्यालय खेल परिसर के शारीरिक शिक्षा शिक्षण विभाग खुला मैदान और हॉल में सुबह 9 बजे से 11 बजे तक खो-खो महिला एवं पुरुष वर्ग का फाइनल राउंड एवं हार्ड लाइन मैच, कबड्डी महिला एवं पुरुष वर्ग का फाइनल राउंड एवं हार्ड लाइन मैच तथा कुश्ती महिला एवं पुरुष वर्ग की फाइनल राउंड प्रतियोगिताएं होंगी। इसी दिन शाम 4 बजे से खेल संचालनालय परिसर साइंस कालेज मैदान के मुख्य मंच में समापन समारोह का आयोजन होगा।
छत्तीसगढ़ी पकवानों से महकेगी राजधानी
युवा महोत्सव के माध्यम से संपन्न व समृद्ध छत्तीसगढ़ को मंच पर दिखाने का प्रयास किया जाएगा। यहां की परंपरागत पकवान, वेशभूषा, खेल, नृत्य, गीत व तीज त्यौहारों का प्रदर्शन होगा। युवा महोत्सव में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पकवानों से राजधानी रायपुर महक उठेगी। छत्तीसगढ़ी नृत्य के साथ शास्त्रीय नृत्य के संगम से युवा महोत्सव का माहौल उत्सव में बदल जायेगा। छत्तीसगढ़ी नृत्य में राउत नाचा, सुआ गीत, गेड़ी नाच, पंथीनृत्य, करमा नाच और बस्तरिया नृत्य तथा शास्त्रीय नृत्य में भरत नाट्यम, कत्थक, ओडिसी, कुचीपुड़ी और मणिपुरी नृत्य का संगम युवाओं मे जोश भर देगा।
महोत्सव में आयोजित फुड फेस्टिवल में छत्तीसगढ़ में त्यौहारों के मौके पर बनाए जाने वाले चीला, चौसेला, फरा, मुठिया, ठेठरी, खुर्मी, गुजिया, पीड़िया, अईरसा, अनरईसा, अंगाकर रोटी, पूरी, सोंहारी, गुलगुला भजिया, मिर्ची भजिया आदि जैसे छत्तीसगढ़िया व्यंजन की सुगंध महकेगी ।