अब नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी किया तो कटेगा ई-चालान, रायपुर पुलिस को मिली 50 लाख की 50 हाईटेक मशीनें
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन मशीनों का इस्तेमाल सबसे पहले नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने वालों के खिलाफ चालान काटने के लिए किया जाएगा। इस नए डिवाइस मशीन में वर्चुअल कोर्ट भेजने की भी सुविधा दी गई है। मतलब आने वाले दिनों में रायपुर की टै्रफिक व्यवस्था में सुधार आने की उम्मीद नजर आने लगी है
रायपुर की ट्रैफिक पुलिस हाईटेक मशीन से लैस हुई है। इस मशीन की मदद से ट्रैफिक पुलिसकर्मी नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने वाले वाहन चालकों का क्यूआर कोड की मदद से चालान काटेंगे। हाईटेक मशीन की कीमत 1 लाख रुपए है, यह मशीन बैंक द्वारा ट्रैफिक पुलिस को दी गई है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अब नो-पार्किंग में गाड़ी खड़ा करने वाले वाहन चालकों की गाड़ी में लॉक नहीं लगेगा। पुलिसकर्मी ऑनलाइन चालान काटेंगे और बारकोड की प्रतिलिपि गाड़ी में चस्पा करके वहां से रवाना हो जाएंगे। आपको बता दें कि रायपुर शहर में आईटीएमएस सिस्टम मार्च 2019 से चालू है, जिसके माध्यम से उल्लंघनकर्ता वाहन चालकों का ई चालान उनके घर के पते पर भेजा जा रहा है। बैंक से मिली हाईटेक मशीन को रायपुर एसएसपी ने सभी जोनों के प्रभारियों को मंगलवार को प्रदान किया है।
मशीन में है यह सुविधा
– इस डिवाइस में एक यूनिक कोड दिया गया है, जो व्यक्तिगत लॉगइन आईडी एवं पासवर्ड से खुलेगा। जिस अधिकारी के नाम से मशीन रहेगा वही अधिकारी इसका उपयोग कर पाएगा दूसरे अधिकारी अपने आईडी एवं पासवर्ड से उस मशीन का उपयोग नहीं कर पाएगा।
– इस डिवाइस मशीन से मौके पर ही उल्लंघन करता की फोटो खींचने की सुविधा है, जो सर्वर पर स्टोर हो जाएगा।
– इस डिवाइस से ऑनलाइन कार्रवाई होगा इसमें ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड के साथ-साथ क्यूआर कोड की सुविधा भी उपलब्ध है। जिससे यूपीआई के माध्यम से वाहन चालक पेमेंट कर सकता है। ई चालान तैयार होते ही वाहन चालक के मोबाइल पर तुरंत पेमेंट हेतु लिंक चला जाएगा जिससे वह अपने फोन से ही मौके पर पैसा जमा कर सकता है।
– अभी तक ई-चालान आईटीएमएस सिस्टम के माध्यम से होता था, जबकि नए डिवाइस मशीन से मौके पर ही ई-चालान बनाया जा सकेगा।
– इस नए डिवाइस मशीन में वर्चुअल कोर्ट भेजने की भी सुविधा दी गई है। यदि उल्लंघन करता वाहन चालक मौके पर पेमेंट करने में असमर्थ है, तो उनका प्रकरण मौके पर ही वर्चुअल कोर्ट भेज दी जाएगी। जहां से कोर्ट द्वारा पेमेंट हेतु उल्लंघन करता वाहन चालक के मोबाइल नंबर पर लिंक भेजा जाएगा जिससे घर बैठे पेमेंट करने की सुविधा होगी कोर्ट जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।