बुखार, सिरदर्द, लाल चकत्ते हैं तो हो जाएं सावधान, जानें क्या हैं लक्षण? कब डॉक्टर की पड़ेगी जरूरत
मंकीपॉक्स के लक्षण दो से चार सप्ताह तक दिखाई दे सकते हैं…बुखार, सिरदर्द, लाल चकत्ते, गले में खराश, खांसी और सूजी हुई लिम्फ नोड्स इत्यादि की परेशानी हो सकती है।
जानें इस वायरस के बारे में सबकुछ…
देश में अब तक मंकीपॉक्स के चार मामले सामने आए हैं। इनमें तीन मरीज केरल और एक दिल्ली में मिला है। दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भर्ती 34 वर्षीय मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं मिली है। ऐसे में जरूरी है कि आप मंकीपॉक्स संक्रमण के बारे में सही जानकारी रखें।
क्या है मंकीपॉक्स?
मंकीपॉक्स जानवरों से मनुष्यों में प्रसारित होने वाला वायरस है। इसके लक्षण चेचक जैसे ही हैं लेकिन चेचक की तुलना में कम गंभीर है। वायरस के दो आनुवंशिक समूह हैं – सेंट्रल अफ्रीकन (कांगो बेसिन) क्लैड और वेस्ट अफ्रीकन। कांगो बेसिन क्लैड को ज्यादा गंभीर माना जाता है। इसका असर काफी तेज होता है।
मंकीपॉक्स के लक्षण दो से चार सप्ताह तक दिखाई दे सकते हैं…बुखार, सिरदर्द, लाल चकत्ते, गले में खराश, खांसी और सूजी हुई लिम्फ नोड्स इत्यादि की परेशानी हो सकती है। शरीर पर घाव हो सकते हैं जो दो से चार सप्ताह तक रह सकते हैं।
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स का संक्रमण
- यह संक्रमण नजदीकी पर निर्भर करता है यानी दो लोगों के बीच जितनी नजदीकी अधिक होगी, उसके संक्रमित होने की आशंका भी अधिक होगी।
- यह शरीर के तरल पदार्थ या घाव के संपर्क में आने पर भी दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। इसके अलावा संक्रमित मरीज के दूषित कपड़ों या बेडशीट के जरिए भी हो सकता है।
- संक्रमण आमतौर पर 6 से 13 दिन के बीच होता है। लेकिन 5 से 21 दिन तक भी रह सकता है।
- इसके लक्षणों की अवधि लाल दाने निकलने से एक या दो दिन पहले शुरू होती है, त्वचा पर दिख रही पपड़ी गिरने तक मरीज में लक्षण रहते हैं।
क्या मंकीपॉक्स यौन संचारित संक्रमण है?
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, पुरुषों से यौन संबंध वाले पुरुषों में संक्रमण अधिक देखने को मिल रहा है। एक अध्ययन के अनुसार, यूरोप में 98% मरीज समलैंगिक या उभयलिंगी पुरुष मिले हैं।
क्या यह एक नई बीमारी है?
नहीं। मंकीपॉक्स पहली बार 1970 में कांगो में मिला था। कांगो बेसिन के ग्रामीण व मध्य, पश्चिम अफ्रीका में मामले मिले। इसके बाद 11 अफ्रीकी देशों में संक्रमण के मामले मिले। अफ्रीका के बाहर पहला मंकीपॉक्स संक्रमित अमेरिका में 2003 में मिला।
2018, 2019, 2021 और 2022 में नाइजीरिया से इजरायल और यूनाइटेड किंगडम जाने वाले यात्रियों में यह संक्रमण मिला। इस साल मई में 75 देशों में 16 हजार से
ज्यादा संक्रमित मिले, जबकि 5 की मौत हो चुकी है।