छत्तीसगढ़

बलरामपुर : पहले समझाइश फिर अर्थदंड फिर जेल पशुओं को आवारा घूमने के लिए छोड़ने पर पशुपालकों पर होगी कड़ी कार्यवाही जिला स्तरीय पशु क्रुरता निवारण समिति की बैठक संपन्न

कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. के अध्यक्षता में संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभा कक्ष में जिला स्तरीय पशु क्रुरता निवारण समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में पशु क्रुरता निवारण अधिनियम तथा पशु कल्याण के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। कलेक्टर ने नगरीय एवं ग्रामीण स्तर अधिनियमों का पालन एवं क्रियान्वयन का पालन हो सके इसका प्रचार-प्रसार करने के निर्देश पशुपालन विभाग को दिये।
कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में अधिकतर पशुपालक अपने पशुओं को खुले में छोड़ देते हैं, जिससे दुर्घटना एवं सड़क जाम की स्थिति हो जाती है। उन्होंने ऐसे पशुपालकों को पहले समझाईश देने, दूसरी बार पशु पकड़ने पर 500 रूपये की जुर्माना लगाने तथा तीसरी बार पकड़ने पर पशु मालिक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने हेतु नगरीय निकाय एवं पशु चिकित्सा विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने घूम रहे दुधारू गाय एवं बछिया को पकड़कर कांजी हाउस में रखने को कहा। यदि पशु मालिक उसे छुड़ाने नहीं आता है तो उसे नीलामी किया जा सकता है। कलेक्टर ने पशु क्रय, विक्रय हेतु व्यापारियों का पंजीयन कराने तथा सभी विकासखण्डों में पशुबाजार को पुनर्जीवित करने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी बलरामपुर को मटन दुकानों को स्वास्थ्य की दृष्टि से व्यवस्थित कराने हेतु जगह चिन्हांकित करने के निर्देश दिये।
बैठक में उप संचालक पशुपालन विभाग श्री बी.पी.सतनामी, पुलिस विभाग की ओर से उप पुलिस अधीक्षक सुश्री ज्योत्सना चौधरी, समिति के उपाध्यक्ष श्री विनोद तिवारी, प्रबंधकीय समिति अशासकीय सदस्य श्री इंद्रजीत दीक्षित सहित पशुपालन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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