पांच लाख के इनामी नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, सुकमा हमले सहित कई मामलों में थे वांटेड
नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों पर कई घातक हमलों में शामिल एक नक्सली दंपति ने सोमवार को आत्मसमर्पण कर दिया। सुकमा के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पति-पत्नी दोनों कई नक्सली घटनाओं के वांछित थे और दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
सुकमा के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि मदकम हिडमा और उनकी पत्नी कुरम हुंगी छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों पर कई घातक हमलों में शामिल थे। उन्होंने बताया कि मदकम हिडमा और उनकी पत्नी कुरम हुंगी, दोनों प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) की ओडिशा राज्य समिति के स्वयंभू कंधमाल-कालाहांडी-बौध-नयागढ़ (केकेबीएन) डिवीजन की क्षेत्रीय समिति के सदस्य हैं। नक्सल विचारधारा से मोहभंग के कारण सोमवार को दोनों ने एक साथ आत्मसमर्पण कर दिया।
सुकमा के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि प्रत्येक पर 5-5 लाख रुपये का इनाम रखा गया था। उन्होंने आगे बताया कि सुरक्षाबलों पर हमले के कई मामलों में दोनों वांछित थे। सुनील शर्मा ने बताया कि हिडमा 2017 में हुए सुकमा माओवादी हमले में शामिल था, जिसमें 25 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। इसके अलावा 2019 में उसने पालोदीपारा (बसबत्ती) में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी लगाया था।
सुनील शर्मा ने आगे कहा कि वहीं हुंगी 2018 में दंतेवाड़ा में हुए हमले में शामिल थी। घात लगाकर किए गए इस हमले में सात जवानों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 2020 में हुए एक अन्य नक्सली हमला जोकि सुकमा के मिनपा में हुआ था और उसमें 17 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे, मे भी हुंगी शामिल थी।
एसपी ने कहा कि हिडमा केरलापाल क्षेत्र समिति के बस्तर संभाग में 16 साल और हुंगी 12 साल से सक्रिय थी। पिछले साल दोनों को ओडिशा के केकेबीएन डिवीजन में स्थानांतरित कर दिया गया था। एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि आत्मसमर्पण के बाद दोनों को 10,000 रुपये दिए गए। अब राज्य सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा।