छत्तीसगढ़

राजनांदगांव में है एक ऐसा बैंक जिसे चलाते हैं स्वयं हनुमान

रोहित देवांगन, राजनांदगांव। रोजमर्रा के जीवन में हर कोई पैसा निकालने और जमा करने तो बैंक में आना-जाना होता है, लेकिन आज हम हनुमान जयंती पर एक ऐसे बैंक की चर्चा कर रहे जहां रुपये का लेनदेन नहीं होता। बल्की सीताराम नाम की पूंजी श्रद्धालु के माध्यम से जमा होती है।

सीताराम बैंक शहर से लगे पार्रीकला में पिछले 55 वर्ष से तीन पीढ़ियों के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। बैंक का नाम है सीताराम, जहां पांच लाख से अधिक सीताराम नाम की पूंजी भगवान राम व माता सीता के नाम की परची जमा है। मान्यता है कि बैंक की देखरेख स्वयं हनुमान जी करते हैं।

अयोध्या में जमा होती है सीताराम नाम की पूंजी

1967 में बैंक की स्थापना की गई थी, जो आज तक निरंतर जारी है। शिव हनुमान मंदिर में रोजाना बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ जुटती है। शहर की पहली बैंक है जहां श्रद्धालु सीताराम नाम से लिखी कापियां जमा करते हैं। बैंक में भक्त हर दिन सीताराम लिखी हुई परची पूंजी के रूप में जमा करते पहुंचते हैं। मंदिर के पुजारी रामकुमार साहू ने बताया कि सीताराम बैंक में सीताराम लिखी कापियों का विशेष महत्व है। मंदिर में हर साल पांच लाख से अधिक सीताराम नाम की पूंजी जमा होती है, इसे निकालकर फिर अयोध्या भेजते हैं।

सीताराम लिखने मिलती है कापियां

सन 1967 में पार्रीकला निवासी ठुबु लाल साहू ने शिव हनुमान मंदिर में सीताराम बैंक की स्थापना की थी। मंदिर की खासियत यह है कि मंदिर में ही भक्तों की सीताराम लिखने के लिए कापिया दी जाती है। यहीं नहीं भक्त अपने घर से कापियों में सीताराम लिखकर बैंक में जमा कर सकते हैं। मंदिर में हर मंगलवार को विशेष पूजा-अर्चना होती है। मंदिर में दूर-दूर के भक्त सीताराम नाम की पंूजी जमा करने के लिए आते हैं। मंदिर के पुजारी रामकुमार साहू ने बताया कि सीताराम लिखी कापियों का विशेष महत्व है। सीताराम लिखी कापियों को बैंक से निकालकर अयोध्या भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि सीताराम बैंक द्वारा श्रद्धालुओं को सीताराम की कापी निशुल्क दी जाती है, जिसे श्रद्धालु पेन से पूरी तरह पूर्ण कर हनुमान मंदिर में ही जमा करते हैं।

तीन पीढ़ी से चला रहे बैंक

1967 में झाड़े राम साहू ने सीताराम बैंक की स्थापना की थी। इसके बाद उनके बेटे ठुबु लाल ने बैंक का संचालन किया। अब ठुबु लाल साहू के बेटे रामकुमार साहू बैंक का संचालन कर रहे हैं। तीन पीढ़ी से सीताराम बैंक चल रही है। हनुमान मंदिर में संचालित सीताराम बैंक में सीताराम नाम की पंूजी जमा करने भक्तों की कतार लगती है। मंदिर के पुजारी रामकुमार साहू ने बताया कि हनुमान मंदिर के सीताराम बैंक में हर साल पांच लाख से अधिक सीताराम नाम की पूंजी जमा होती है।

हनुमान मंदिर में श्रद्धालु सीताराम नाम की पूंजी जमा करते हैं। हर मंगलवार व हनुमान जन्मोत्सव पर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। सीताराम बैंक में हर साल पांच लाख से अधिक सीताराम नाम की पूंजी जमा होती है। पूंजी को अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर में पहुंचायी जाती है।

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