देशभर में कोरोना वायरस के मामलों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। पिछले कुछ दिनों में रोजाना 1000 से कम केस दर्ज किए जाने के बाद अब लगातार एक हजास से ज्यादा केस मिलने लगे हैं। इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है। देश में कोरोना के नए एक्सई वैरिएंट के दूसरा मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है। बता दें कि इससे पहले मुंबई में देश का पहला एक्सई वैरिएंट मिला था।
देशभर में कोरोना वायरस से जंग जारी है। कोविड-19 के मामलों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। हालांकि फिलहाल दैनिक मामले चिंता बढ़ाने वाले नहीं हैं, यही वजह है कि केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक सभी ने कोरोना की पाबंदियां हटा दी हैं। लेकिन पाबंदियों के हटते ही कोरोना के नए एक्स ई वैरिएंट का खतरा मंडराने लगा है। दरअसल देश में XE वेरिएंट का दूसरा केस मिला है। ये गुजरात में डिटेक्ट किया गया है। इससे पहले महाराष्ट्र के मुंबई में एक्सई वेरिएंट का पहला मरीज मिला था। स्वास्थ्य मंत्रालय के ने इसकी पुष्टि जरूरी की है, लेकिन अब तक ये नहीं बताया कि, संक्रमित मरीज की हालत कैसी है?
कोरोना नए XE वेरिएंट का मरीज वडोदरा के गोत्री क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है। 60 वर्षीय बुजुर्ग का 11 मार्च को कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। इसके बाद उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। इसकी रिपोर्ट आने के बाद इस मरीज में कोरोना का नए वैरिएंट एक्सई की पुष्टि हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, 60 वर्षीय इस शख्स ने राज्य से बाहर यात्रा की है या नहीं इसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। ऐसे में कोरोना के नए वैरिएंट के मरीज बढ़ने से हड़कंप जरूर मच गया है।
देश में एक्सई वेरिएंट का पहला केस मुंबई में मिला था. यानी अब भारत में एक्सई के दो केस मिल चुके हैं. बता दें कि चीन में इसी नए वेरिएंट के चलते कोरोना की नई लहर आई है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक सबसे पहले इस वेरिएंट का केस 19 जनवरी को ब्रिटेन में मिला था।
मुंबई में मिला पहला केसभारत में कोरोना के नए XE वेरिएंट का पहला केस महाराष्ट्र के मुंबई में मिला था। यहां 50 साल की एक महिला इस नए वेरिएंट से संक्रमित हुई थीं, हालांकि राहत की बात ये थी कि इस महिला में कोरोना के कोई लक्षण नही थे।
वो 10 फरवरी को साउथ अफ्रीका से लौटी थीं। सीरो सर्वे के मुताबिक मुंबई से भेजे गए 230 सैंपल में 228 ओमिक्रॉन के जबकि एक कप्पा का और एक एक्सई वेरिएंट का था।
भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के एक्सपर्ट लगातार कोरोना के इस नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए सैंपल का जीनोम सीक्वेंसिंग कर रहे हैं।