बड़ी खबर: सरिस्का में लगी आग में फंसे तीन बाघ व शावक, वायुसेना के हैलीकॉप्टर ने शुरू की पानी बौछार, जानिए ताजा हालात
अलवर. सरिस्का के जंगल में फैली आग विकराल रूप ले चुकी है। जहां आग लगी है, उस क्षेत्र में तीन बाघ-बाघिन का शावक विचरण करते हैं। सरिस्का के अकबरपुर रेंज के बालेटा के जंगल में आग 10 किमी के अधिक क्षेत्र में फैल गई है। सरिस्का और वन विभाग की ओर से वायु सेना से मदद मांगी है। वायु सेना के हैलीकॉप्टर आग पर काबू पाएंगे। आग से 100 हैक्टेयर से अधिक जंगल जल गया है। वायु सेना के हैलीकॉप्टर ने सिलीसेढ़ से पानी भरकर उड़ान भरी और जंगल में पहुंचकर आग पर पानी की बौछार करना शुरू कर दिया है।
‘आग से प्रभावित होने की आशंका के चलते 4 गावों में पुलिस की ओर से अनाउंसमेंट कर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है. जिला प्रशासन से मदद मांग कर अग्निशमन विभाग से फायर ब्रिगेड गाड़ियां लगाई गई हैं, ताकि किसी भी अनहोनी की स्थिति में बचाव किया जा सके. सेना का सहयोग मांगा गया है, सेना के दो हेलिकॉप्टर मंगलवार को अलवर पहुंचेंगे…ये सिलीसेढ़ झील से पानी लेंगे और फिर आग से प्रभावित इलाकों में ताकि आग पर काबू पाया जा सके. सहारनपुर और फलोदी जोधपुर से दो हेलीकॉप्टर सरिस्का पहुंचेंगे.’
तीन बाघ-बाघिन व शावकों का कोर एरिया
अकबरपुर रेंज बाघों का कोर एरिया है। अकबरपुर रेंज के नारेंडी में बाघिन एसटी-17 और उसके दो शावकों का मूवमेंट है।वहीं रोटक्याला में बाघ एसटी-20 और एसटी-14 विचरण कर रहे हैं। ऐसे में बाघों पर खतरा मंडरा रहा है।
बाघों के कोर एरिया में आग लगना चिंता का विषय है। यहां घना जंगल बाघों के लिए मुफीद था, लेकिन अब जलकर राख हो गया है।
सेना से मांगी मददवन क्षेत्र में लगी आग को नियंत्रण में करने के लिए प्रयास किए गए हैं, लेकिन आसपास के गांवों में आग नहीं फैल जाए, इसलिए आग पर नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन, आपदा प्रबन्धन विभाग से सेना की मदद तथा एरियल हाइड्रॉलिक प्लेटफार्म एवं हैलीकाप्टर से प्रेशर से पानी की बौछार किए जाने के लिए सहयोग मांगा गया है। इसी क्रम में मंगलवार सुबह अलवर में वायुसेना के दो हैलीकॉप्टर पहुंचे हैं, जो सरिस्का के जंगल में आग बुझाने का कार्य कर रहे हैं।