जमाखोरी और कालाबाजारी रोकने सौंपी जिम्मेदार
लाकडाउन की अफवाह फैलाकर आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी व कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है। प्रशासन ने खाद्य विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें ऐसे व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करने कहा है। शिकायत मिलने पर पहले जांच की जाएगी। फिर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
नईदुनिया ने आठ जनवरी को जमाखोरी व कालाबाजौरी को लेकर विस्तृत खबर प्रकाशित की थी। उसके बाद प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी तारन प्रकाश सिन्हा ने कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के संक्रमण की रोकथाम के लिए विभिन्ना प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। कतिपय बड़े व्यापारियों एवं किराना व्यावसायियों द्वारा खाद्य सामग्री एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी, कालाबाजारी एवं अधिक दामों पर विक्रय करने की शिकायतें विभिन्ना माध्यमों से मिलने पर जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
कलेक्टर ने शिकायतों के निराकरण के लिए सहायक खाद्य अधिकारी भुनेश्वर चेलक एवं खाद्य निरीक्षक अंगद ठाकुर को राजनांदगांव अनुविभाग, सहायक खाद्य अधिकारी आशीष रामटेके को डोंगरगढ़ अनुविभाग, सहायक खाद्य अधिकारी भुनेश्ववर चेलक, खाद्य निरीक्षक रूपेश साहू एवं खाद्य निरीक्षक कल्याणी मरकाम को डोंगरगांव एवं मोहला अनुविभाग, खाद्य निरीक्षक विनोद सागर को खैरागढ़ अनुविभाग तथा खाद्य निरीक्षक गरिमा सोरी को गंडई-छुईखदान अनुविभाग के लिए जांच अधिकारी बनाया है।
निरीक्षण में खाद्य सुरक्षा अधिकारी नेमीचंद पटेल राजनांदगांव शहर, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, छुरिया, अंबागढ़ चौकी, मोहला एवं मानपुर क्षेत्र के लिए तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारी अंगेश्वरी कचलाम को राजनांदगांव ग्रामीण, खैरागढ़, छुईखदान एवं गंडई क्षेत्र में जांच कार्य में सहयोग करेंगे। कलेक्टर ने जांच अधिकारियों को अपने प्रभार क्षेत्र में प्राप्त शिकायतों को संज्ञान में लेकर तत्काल निरीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।