कांग्रेस अध्यक्ष के दरबार में लग रही बड़े नेताओं की हाजिरी
छत्तीसगढ़ की राजधानी में सुलग रही राजनीतिक आग बहुत जल्दी बुझने वाली है। इसे लेकर 10 जनपथ में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। आलाकमान ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से लेकर दूसरे बड़े नेताओं को न सिर्फ तलब किया बल्कि आगे के निर्देश देकर वापस रायपुर भी भेज दिया है। सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ में मची राजनीतिक उठापटक का फैसला होना तय है। हालांकि इस फैसले का आधार यूपी में होने वाले चुनाव के परिणामों पर भी निर्भर होगा। क्योंकि भूपेश बघेल की राजनीति क्षमता का आकलन उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणामों से ही मापा जाएगा।
राज्य में चल रही नेतृत्व परिवर्तन के अटकलों के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने का सिलसिला जारी है। सीएम बघेल के पांच दिन बाद ही प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ पहुंच गए। दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक मुलाकात हुई। अमर उजाला को मिली जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्री देव ने सोनिया गांधी से कई मुद्दों पर चर्चा की है। इस दौरान उन्होंने उनका कुशल क्षेम भी जाना। प्रदेश में टीकाकरण की स्थिति के अलावा स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की जानकारी भी साझा की है। इसके बाद वे फिर राजधानी रायपुर के लिए रवाना हो गए। जबकि राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ यूपी के दौरे पर थे।
बघेल और देव में चल रहा है विवाद
छत्तीसगढ़ में दिसंबर 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच रिश्ते सहज नहीं रहे। राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर कथित तौर पर ढाई साल में सत्ता साझा करने के फॉर्मूले को लेकर विवाद चल रहा है। जबकि बघेल और राज्य कांग्रेस प्रभारी का कहना है कि ऐसा कोई फॉर्मूला नहीं था। जबकि सिंहदेव खेमे का कहना है कि उन्हें ढाई-ढाई साल के सीएम पद का वादा किया गया था।
कुछ दिनों पहले बघेल ने की थी सोनिया से मुलाकात
कुछ दिनों पहले ही सीएम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से राजधानी दिल्ली में 10 जनपथ पर उनके आवास पर मुलाकात की और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति पर चर्चा की थी। दोनों नेताओं के बीच छत्तीसगढ़ सरकार के कामकाज को भी लेकर चर्चा हुई थी। वहीं सीएम ने अपनी सरकार की एक रिपोर्ट भी कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपी थी। बघेल को उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें पार्टी के संगठन और चुनाव मशीनरी के साथ समन्वय करने का काम दिया गया है।