सिंहदेव के समर्थक के खिलाफ मामला दर्ज, विधायक ने लगाए गंभीर आरोप
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में गुटबाजी अब सड़क पर खुलकर सामने आने लगी है। सत्ताधारी दल के विधायक ने ही आरोप लगाया है कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के समर्थक होने की वजह से उनके और उनके साथियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है।
बिलासपुर जिला मुख्यालय में स्थित सरकारी अस्पताल में कांग्रेस नेता और अस्पताल के कर्मचारी के बीच कथित विवाद और कांग्रेस नेता के खिलाफ प्राथमिकी के बाद स्थानीय विधायक शैलेष पांडेय ने आरोप लगाया है कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के करीबी होने के कारण उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
अस्पताल कर्मी के आवेदन पर मामला दर्ज
बिलासपुर जिले के पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने बताया कि इस महीने की 18 तारीख को जिला मुख्यालय में स्थित छत्तीसगढ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में एक परिचित मरीज के इलाज के दौरान कांग्रेस नेता पंकज सिंह का अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग के टेक्नीशियन तुलाचंद टांडे से विवाद हो गया था। बाद में तुलाचंद ने कांग्रेस नेता सिंह के खिलाफ मारपीट का आरोप लगाते हुए कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
झा ने बताया कि मामले की जांच के बाद पुलिस ने मंगलवार को कांग्रेस नेता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंह के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद स्थानीय विधायक शैलेष पांडेय अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचे थे। पांडेय ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि सिंहदेव के करीबी होने के कारण उनके और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
सिंहदेव के समर्थक होने की वजह से पुलिस कर रही कार्रवाई: विधायक
विधायक शैलेश पाण्डेय ने कहा कि पंकज सिंह के खिलाफ मामला दर्ज होने पर वह नैतिकता के आधार पर गिरफ्तारी देने के लिए थाने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन के समय जब मैं गरीबों को राशन बांट रहा था तब मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी और अब एक गरीब के इलाज के सिलसिले में बिना जांच किए पंकज सिंह पर कार्रवाई की जा रही है। पुलिस की यह कार्रवाई दुर्भावनापूर्ण है।
कांग्रेस विधायक के इस बयान के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि पंकज सिंह के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है। यह मामला पूरी तरह से गैर राजनीतिक है। त्रिवेदी ने कहा कि जिस राज्य में मुख्यमंत्री के 84 वर्षीय पिता पर कानूनी कार्रवाई हो जाती है और वह जेल चले जाते हैं, इससे साफ पता चलता है कि उस राज्य में कानून का शासन है।