केजरीवाल शुरू करेंगे ‘देश का मेंटॉर’ कार्यक्रम, सोनू सूद होंगे ब्रांड एंबेसडर
फिल्म अभिनेता सोनू सूद शुक्रवार सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले। इस दौरान उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राघव चड्ढा व अन्य भी मौजूद रहे। अभिनेता सोनू सूद और केजरीवाल की यह बैठक बेहद खास मकसद से हुई है। दरअसल दिल्ली सरकार ‘देश का मेंटॉर’ नाम से एक कार्यक्रम शुरू कर रही है जिसके ब्रांड एंबेसडर सोनू सूद होंगे। इस बारे में दोनों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। केजरीवाल ने ये भी बताया कि यह कार्यक्रम सितंबर मध्य तक शुरू हो सकता है।
क्या बोले केजरीवाल
केजरीवाल ने सोनू सूद का शुक्रिया अदा किया और कहा कि आज सोनू पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं। लोग इन्हें सोशल मीडिया के तमाम माध्यमों के जरिए और इनके घर पहुंचकर मदद मांगते हैं। यह अपने आप में अजूबा और करिश्मा है कि जो तमाम सरकारें नहीं कर पा रहीं वो सोनू सूद कर रहे हैं। वह सबकी मदद करते हैं।
केजरीवाल ने आगे कहा कि, हमने आज सोनू सूद से उनके काम को लेकर काफी विस्तार से चर्चा की। हमने जाना कि कैसे वह इतने लोगों की मदद कर रहे हैं, कैसे वह लोगों तक पहुंचते हैं और इतना बड़ा मदद का नेटवर्क उन्होंने कैसे बनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने सोनू सूद को भी दिल्ली सरकार द्वारा किए जा रहे कामों के बारे में बताया है।
केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार ‘देश का मेंटॉर’ नाम से एक कार्यक्रम पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चला रही है जिसे जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। इसके अंतर्गत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे जो बहुत गरीब पृष्ठभूमि से आते हैं उन्हें गाइड किया जाता है कि वह अपने भविष्य में क्या कर सकते हैं। सीएम ने कहा कि कई बार बच्चों को पता नहीं होता कि उन्हें भविष्य में किस फील्ड में जाना है। उनके माता-पिता भी उन्हें गाइड नहीं कर पाते। ऐसे में देश के पढ़े लिखे लोग सरकारी स्कूलों के दो-तीन बच्चों के मेंटॉर बन जाएं। वह उन बच्चों से बात करें उनके तनाव को कम करें और उनके टैलेंट के हिसाब से उनकी फील्ड चुनने में मदद करें। यही है देश का मेंटॉर कार्यक्रम।
इसके बाद केजरीवाल ने बताया कि हमारे इस कार्यक्रम के लिए सोनू सूद ब्रांड एंबेसडर बनने को तैयार हो गए हैं। हमें खुशी है कि उन्होंने कहा है कि वह कुछ बच्चों के मेंटॉर बनेंगे और देश के लोगों से भी अपील करेंगे कि वह आगे आएं और बच्चों के मेंटॉर बन उनकी मदद करें।
क्या बोले सोनू सूद
केजरीवाल के बाद सोनू सूद ने भी प्रेस से बातचीत की। उन्होंने कहा कि शिक्षा एक अहम चीज है और देश में जब भी शिक्षा की बात होती है तो दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था का नाम जरूर आता है। हमारे देश की उन्नति तभी हो सकती है जब शिक्षा का स्तर बढ़े। जब लॉकडाउन शुरू हुआ तो प्रवासी मजदूरों में शिक्षा की बड़ी समस्या थी। किसी को नहीं पता था कि क्या करना है क्या नहीं करना है। सोनू ने बताया कि पिछले साल हमने 2000 से ज्यादा बच्चों को पढ़ाया और अब सूद चैरिटी फाउंडेशन के माध्यम से 20 हजार बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
सोनू सूद ने कहा कि यह सच है कि हम बच्चों को अच्छा स्कूल, अच्छी पढ़ाई तो दे देते हैं लेकिन उन्हें कोई बताने वाला नहीं होता कि वो कौन सी दिशा पकड़ें और अपना भविष्य किस फील्ड में बनाएं। ऐसे में उन्हें मेंटॉर की जरूरत पड़ती है जो उन्हें समझे और समझाए कि उन्हें क्या करना चाहिए।
सोनू ने कहा कि कई बार लोग समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं लेकिन उन्हें नहीं पता होता कि वह कैसे करें। ऐसे में दिल्ली सरकार का यह कार्यक्रम उन लोगों को मौका दे रहा है कि वह आगे आएं और बच्चों की मदद करें, उनके मेंटॉर बनें। ‘देश का मेंटॉर’ एक ऐसा प्लेटफॉर्म मुहैया करा रहा है जिसमें कोई बच्चों का मेंटॉर तब भी बन सकता है जब वह अपना भविष्य बना रहा हो। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने ये प्लेटफॉर्म सिर्फ बच्चों के लिए नहीं बनाया है बल्कि आम लोगों के लिए भी बनाया है कि आप औरों के लिए कुछ कर सकें। सोनू ने अपील की है कि सभी इसका हिस्सा बनें देश के लिए कुछ करें, बच्चों के लिए कुछ करें। उन्होंने कहा कि अगर आप एक बच्चे के भी मेंटॉर बन पाएं तो इससे बड़ी देशभक्ति की कोई फीलिंग नहीं हो सकती।
सोनू सूद ने देश का ध्यान अपनी ओर तब खींचा जब बीते साल कोरोना महामारी के चलते देश में लॉकडाउन लग गया। उस वक्त प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने घरों को जाने के लिए मजबूर हो गए थे। तब सोनू सूद ने आगे बढ़कर अपने स्तर पर उनकी मदद की।
खाने से लेकर उन्हें घर पहुंचाने के लिए बसों, ट्रेनों में टिकटों का इंतजाम किया। इसके बाद से तो लगातार उनके पास सोशल मीडिया पर तरह-तरह की मदद के अनुरोध आते रहते हैं। उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर में भी लोगों को ऑक्सीजन आदि चीजें पहुंचाकर बहुत मदद की।