राजनांदगांव : टीकाकरण को सफल बनाने सभी समाजसेवी संगठन, जनप्रतिनिधि संयुक्त अभियान चलाएं
00 जिले भर में बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाने पर दिया जोर
00 कोरोना की तीसरी लहर से बचने टीकाकरण जरूरी- मनीष गौतम
00 फोटो मनीष गौतम की लगाएं
राजनांदगांव, 09 जून। शहर कांग्रेस कमेटी राजनांदगांव के संयुक्त महामंत्री मनीष गौतम ने कोरोना से निपटने के लिए शासन द्वारा तमाम प्रयासों के बीच टीकाकरण को अपेक्षित सफलता नहीं मिलने पर सुझाव देते हुए कहा है कि शतप्रतिशत टीकाकरण के लिए हमें प्रशासन पर निर्भर न रहकर हम सबको एकजुट होकर सामने आना होगा। इसके लिए बड़े पैमाने पर जनजागरूकता अभियान चलाना होगा। इसके लिए शहर सहित जिले के तमाम सामाजिक, राजनीतिक, समाजसेवी, स्वयंसेवी संगठनों सहित महिला समूहों एवं युवाओं को स्वस्फूर्त आगे आना होगा, ताकि कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर से बचा जा सके और उसे समूल खत्म किया जा सके।
मनीष गौतम ने जारी बयान में कहा है कि कोरोना महामारी से निपटने राज्य और केन्द्र सरकार के साथ ही शासन-प्रशासन द्वारा ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण पर जो जरूर दिया जा रहा है, लेकिन इसका अपेक्षित परिणाम नजर नहीं आ रहा है। हालांकि समय-समय पर राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के साथ ही कुछ अन्य सामाजिक सरोकार रखने वाले संगठनों के माध्यम से लोगों को कोरोना का वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, किंतु अभी भी लोगों में टीका लगवाने को लेकर जो उत्साह नजर आना चाहिए, वह कहीं नजर नहीं आ रहा है। अभी तक की जानकारी में यह बात सामने आ रही है कि ज्यादातर पुरूषों ने ही वैक्सीन लगवाएं हैं, किंतु टीका लगवाने महिलाएं काफी पीछे हैं। कोरोना वैक्सीन को लेकर आज भी लोगों में कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं। यह अफवाह भी फैला दी गई है कि टीका लगवाने से लोगों की मौत हो जाती है, जो सर्वथा निराधार है। सरकार जनता की भलाई के लिए टीकाकरण का अभियान चला रही है, किंतु कुछ शरारती लोगों के द्वारा लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है, जो अनुचित है। हमें उन भ्रांतियों को दूर करना होगा और लोगों को अधिकाधिक टीकाकरण के लिए प्रेरित करना होगा। इसके लिए शहर सहित पूरे जिले में संयुक्त रूप से वृहद रूप से अभियान चलाने की सख्त जरूरत है, ताकि शतप्रतिशत लोगों का टीकाकरण कराया जा सके।
कांग्रेस नेता मनीष गौतम ने कहा कि शहर सहित जिले में कई राजनीतिक, सामाजिक, समाजसेवी, स्वयंसेवी संगठन और महिला समूह संचालित हैं, जिनके द्वारा संयुक्त रूप से एक कार्यक्रम की रूपरेखा तय कर जिले भर में घर-घर जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन के भरोसे रहकर टीकाकरण को सफल बनाना संभव नजर नहीं आ रहा है। सरकार और शासन-प्रशासन द्वारा यथासंभव लोगों को इसके लिए प्रेरित अवश्य किया जा रहा है, जिसमें कुछ हद सफलता भी मिल रही है, किंतु उसे संतोषप्रद नहीं कहा जा सकता। उन्होंने शहर सहित जिले के सभी राजनीतिक, सामाजिक, समाजसेवी, व्यापारी संगठन ,स्वयंसेवी संगठनों, नवयुवक मंडल, युवा मंडल और महिला समूहों से संयुक्त रूप से राष्ट्रहित में सामने आकर टीकाकरण के लिए संयुक्त रूप से अभियान छेडऩे की अपील की है।
️ सांसद, विधायक, पार्षद भी आगे आएं
उन्होंने कहा कि हमें कोरोना महामारी से निपटने के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जनता के हित में सामने आना होगा, चाहे वह सांसद हों या किसी भी दल के विधायक हों या पार्षद अथवा उस क्षेत्र के अधिकारी-कर्मचारी ही क्यों न हों, सबको टीकारकरण के लिए लोगों को प्रेरित करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों के पंच, सरपंच, महिला समूह, युवक मंडल सहित आम जनता को भी साथ में लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों विशेषकर वनांचल में कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में जो डर है, उसे दूर करने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए। जैसा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को बच्चों के लिए बहुत ही खतरनाक बताया जा रहा है, इसलिए 18+ और 45+ आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए, क्योंकि इन्हीं दोनों आयु वर्ग के लोग रोजी-रोजगार के लिए घरों से बाहर रहते हैं, जिनका टीकाकरण कर दिया जाए तो घरों में रहने वाले छोटे बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर का खतरा ही नहीं रहेगा।