किराना दुकान में बेच रहा था ‘कोरोना’ की दवाई, प्रशासन ने की कार्रवाई
खैरागढ़। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जमकर कहर बरपा रहा है। संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इधर, कुछ दुकानदार आपदा को अवसर में बदलने से बाज नहीं आ रहे हैं। पांडादाह के ढीमर पारा स्थित किराना दुकान में कोरोना की दवाई देने वाले सांकरा निवासी पंकज पिता लल्लू राम वर्मा को प्रशासन की टीम ने रंगेहाथों पकड़ा। प्रशासन की टीम ने किराना दुकान को सील कर दिया है। वहीं मामले की जांच भी शुरू हो गई है। किराना दुकान में कोरोना की दवाई मिलने पर कई सवाल उठ रहे हैं। संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने झोलाछाप डाक्टरों पर भी कार्रवाई शुरू कर दिया है। एक मई की रात कोरोना संक्रमण के चलते मृत पांडादाह जगन्नाथ मंदिर के पुजारी मुरलीदास वैष्णव का प्राथमिक इलाज करने वाले डाक्टर का क्लीनि प्रशासन ने सील किया। बाजार चौक मे निजी मकान के एक कमरे मे अवैध रूप से क्लीनिक संचालन करने वाले झोलाछाप डा.हीरावन लोधी के क्लीनिक को सील करने की कार्रवाई की गई। छह महीने का सीएचडब्ल्यू कोर्स कर क्लीनिक चला रहे डा. हीरावन वर्मा ने बताया कि उसके द्वारा पुजारी का बीपी शुगर चेक किया गया था। किसी प्रकार की कोई दवाई नहीं दी गई। लेकिन प्रशासन द्वारा इसे गंभीरता से लेते हुए प्राथमिक कारवाई के रूप मे सीलबंदी की गई। वही पांडादाह के ढीमर पारा में किराना दुकान मे कोरोना की दवाई देने वाले सांकरा निवासी पंकज पिता लल्लू राम वर्मा को छापेमारी के दौरान 300 रुपये में दवाई देते रंगे हाथों सपड़ा जिसके बाद उसके किराना दुकान को सील कर दिया गया।
शादी घर में उमड़ी भीड़, पांच हजार का लगाया जुर्माना परमिशन से ज्यादा बराती बुलाना घराती को महंगा पड़ गया। प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर पहले लताड़ा और फिर हाथ पैर जोड़ने पर पांच हजार का जुर्माना वसूला और निर्धारित संख्या के ज्यादा पहुंचे लोगो को उल्टे पांव वापस लौटाया। जानकारी अनुसार पांडादाह के वार्ड नंबर दो में सेन परिवार के घर बेटी की शादी थी और बेमेतरा के पास किसी गांव से बराती आए हुए थे। हालांकि शादी के पहले वधू के पिता द्वारा एसडीएम से परमिशन लिया गया था। जिसमे उसके द्वारा कोरोना गाइडलाइन के शर्तों के पालन की सहमति दी गई थी। झोलाछाप डाक्टरों पर कारवाई करने पहुंचे तहसीलदार प्रीतम साहू, नायब तहसीलदार लीलाधर कंवर, डा. पंकज वैष्णव, बीपीएम सतंजय ठाकुर, संजय श्रीवास्तव ने देखा कि कार्यक्रम स्थल के आसपास काफी भीड़भाड़ है वधू के पिता संतोष सेन ने बताया कि 35 के आसपास बराती पहुंचे हैं। जिसे लेकर अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर की और बरातियों को उल्टे पावं वापस लौटाने कहा। इसके अलावा गाइडलाइन की अनदेखी को लेकर मौके पर ही पांच हजार का जुर्माना वसूला।