राजनांदगांव । लाकडाउन में रोजी-मजदूरी करने वाले श्रमिक परिवार में रोजी-रोटी की समस्या गहराने लगी है। वहीं चिल्हर व छोटे व्यापारी भी लाकडाउन से परेशान हो रहे हैं। व्यापार ठप हो गया है। हालांकि प्रशासन ने किराना व्यापारियों को दोपहर 12 बजे तक होम डिलीवरी की छूट दी है, लेकिन छोटे व्यापारी होम डिलीवरी जैसी सुविधा नहीं दे पा रहे हैं। इससे परेशानी बढ़ गई है। इस समस्या के निराकरण के लिए व्यापारियों की मांग पर नगर निगम आयुक्त डा. आशुतोष चतुर्वेदी व एसडीएम मुकेश रावटे ने निगम के सभाकक्ष में बैठक ली, जिसमें व्यापारियों ने छूट देने की मांग रखी।
बैठक में व्यापारियों ने लाकडाउन के दौरान छूट देने के संबंध में अपनी बात रखी। व्यापारियों ने कहा कि व्यवसाय बंद होने से परेशानी हो रही है। इसलिए सब्जी विक्रेताओं को व्यवसाय के लिए जो समय की छूट दी गई है, उसी तरह अन्य व्यवसाय के लिए भी छूट देने की मांग की गई। जिस पर निगम आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने सभी व्यापारियों से कहा कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देख प्रशासन ने नियंत्रण के लिए लॉकडाउन लगाया है। इसका पालन कर सभी सहयोग करे।
जुर्माना वसूलने के बजाय समझाइश दें व्यापारियों ने प्रशासन और निगम की टीम द्वारा दुकान संचालकों से वसूल कर रहे जुर्माने पर भी रोक लगाने की मांग की। व्यापारियों ने कहा कि निगम की टीम दुकानों को बंद करने की कार्रवाई करते हुए जुर्माना तक वसूल रहा है। जबकि समझाइश देकर भी व्यवस्था सुधारी जा सकती है। नियमों का पालन नहीं करने पर अर्थदंड वसूल किया जाए। व्यापारियों की मांग पर एसडीएम मुकेश रावटे ने कहा कि पहले शाम चार बजे तक व्यवसाय करने की छूट दी गई थी, लेकिन भीड़ को देख कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका को लेकर लाकडाउन लगाया गया है। उन्होंने सभी व्यापारियों को सहयोग करने की अपील की। इस दौरान बैठक में नगर निगम के कार्यपालन अभियंता दीपक जोशी, चेंबर ऑफ कामर्स के पदाधिकारी, थोक व चिल्हर व्यापारी संघ, फल व सब्जी के थोक और चिल्हर विक्रेता संघ के अध्यक्ष सहित पदाधिकारी उपस्थित थे।