गांव आगे, शहर में पिछड़ रहा टीकाकरण
राजनांदगांव। कोरोना की महामारी को दूर भगाने के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक भी कर रहे है, ताकि लोग कोरोना का टीका लगवाकर खुद को सुरक्षित कर लें। पर टीकाकरण के बाद हो रही मौत और कुछ लोगों की बिगड़ती सेहत की खबरों ने लोगों में दहशत बढ़ा दी है। इसके चलते कई लोग वैक्सीनेशन से दूर भाग रहे हैं। कई गांवों में तो टीका नहीं लगवाने के लिए बैठक तक हो चुकी है। वनांचल के कई गांवों में टीकाकरण अभियान का विरोध भी हो रहा है। बावजूद टीकाकरण अभियान में ग्रामीण क्षेत्र शहर से आगे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लगभग 425 गांवों में टीकाकरण अभियान 90 फीसद पूरा तक हो चुका है। विरोध करने वाले 50 गांवों में जिला प्रशासन शिविर लगाने की तैयारी में है। जिला टीकाकरण अधिकारी डा. बीएल कुमरे ने बताया कि 45 व उससे अधिक उम्र के करीब ढाई लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है। टीकाकरण के लिए लगातार लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
वनांचल के कई गांवों में टीके का विरोध जिले के वनांचल क्षेत्रों में टीकाकरण का विरोध हो रहा है। टीका लगाने के बाद कई लोगों की मौत ने दहशत बढ़ा दी है। तबीयत भी बिगड़ने की खबर ने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को डरा दिया है। इसको लेकर मानपुर ब्लॉक के खुर्सेटोला व आसपास के कई गांवों में कोरोना टीका का विरोध किया गया है। ग्रामीणों ने जबरदस्ती नहीं करने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है। यही नहीं कई गांवों में बैठक तक की जा रही है। अंदरूनी गांवों में लोग बैठक कर वैक्सीन नहीं लगाने पर जोर दे रहे हैं। ऐसे ही विरोध करने वाले गांवों में जिला प्रशासन वैक्सीनेशन के लिए शिविर लगाएगा।
टीकाकरण 425 गांवों में 90 फीसद कोरोना के टीकाकरण अभियान की शुरुआत में पहले पीछे रहा ग्रामीण क्षेत्र अब शहर से आगे हो गया है। जिले के करीब 425 गांवों में 90 फीसद लोगों को टीका लगा चुका है। शहरी क्षेत्र में ही टीकाकरण पीछे हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार शहर में जागरूकता अभियान चला रही है, ताकि लोग स्वयं से टीका लगाने पहुंचे। हालांकि शहर के कई लोग वैक्सीन लगाकर लोगों को प्रेरित भी कर रहे हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी डा. बीएल कुमरे ने बताया कि जिले में 45 वर्ष और उससे अधिक उम्र के करीब ढाई लाख से ज्यादा लोग टीका लगवा चुके हैं।
शिक्षक भी हो रहे दूर
वैक्सीनेशन से शिक्षक भी दूर हो रहे हैं। जिले में 60 से अधिक शिक्षकों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है। इसमें ऐसे कई शिक्षक हैं, जो कोरोना का टीका भी लगा चुके थे। कई शिक्षकों की तबीयत टीका लगाने के बाद ही बिगड़ी। ऐसी स्थिति को देख जिले के शिक्षक कोरोना टीका लगवाने से घबरा रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम ने विभाग के कर्मियों को लगे वैक्सीनेशन की जानकारी मंगाई है, लेकिन पखवाड़ेभर बाद भी अपडेट जानकारी नहीं आई है कि कितने शिक्षक व विभागीय कर्मियों को वैक्सीन लगी है।
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आठ निजी अस्पतालों में भी लगेगा टीका
एक मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण शुरू होना है। हालांकि अभी तक शासन स्तर पर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। इस कारण युवाों में असमंजस की स्थिति है। इस बीच टीकाकरण अभियान के लिए जिले में भी प्रशासन तैयारी शुरू हो गई है। जिला टीकाकरण अधिकारी डा. बीएल कुमरे ने बताया कि तैयारी चल रही है। जिले के सभी वैक्सीनेशन सेंटर में व्यवस्था भी बनाने कह रहे हैं। टीकाकरण अभियान में आठ निजी अस्पताल को भी शामिल किए हैं। डा. कुमरे ने कहा कि अभी राज्य शासन से किसी तरह का दिशा-निर्देश नहीं मिला है। एक दिन पहले ही वैक्सीन के लिए वाहन भेजा जाएगा। जिले में तैयारी लगभग पूरी कर ली गई हैं।
कार्रवाई की जाएगी
कोरोना का टीकाकरण अभियान पूरे जिले में जारी है। ढाई लाख से अधिक लोग वैक्सीन लगा चुके हैं। वनांचल के कुछ गांवों में टीका लगवाने का विरोध करने की शिकायत सामने आई है। ऐसे गांवों में शिविर लगाकर टीकाकरण पूरा कराएंगे। विरोध करने वालों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने के मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
-टीके वर्मा, कलेक्टर