छत्तीसगढ़ में रविवार की रात 10 हजार 521 नए कोरोना संक्रमित मिले। इस वजह से अब प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 90 हजार 277 हो चुकी है। रविवार को राज्य में 40 हजार 178 सैंपल जांचे गए। कुल 122 लोगों की मौत की जानकारी दी गई। इनमें पिछले 24 घंटों में 82 लोगों की जान गई, जबकि बाकि की 40 मौतें पिछले सप्ताह की थी। इनकी जानकारी रविवार को सरकार तक पहुंची। पूरे प्रदेश में अब तक 4899 लोगों की मौत हो चुकी है।
दी गई अंतिम सलामी
रायपुर के अजाक थाना में पदस्थ एएसआई भोजराज बिसेन और कोतवाली थाने में पदस्थ महिला सिपाही सरोज कंवर की कोरोना संक्रमित रहते हुए मौत हो गई थी। दोनों का शहर के प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। शनिवार को इनके निधन की खबर आई थी। एसएसपी अजय यादव दोनों कोरोना वारियर्स की मौत पर दुख प्रकट किया। उनके परिवार को पूरी मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने निर्देश दिया है कि कोरोना से मरने वाले पुलिस वालों का ससम्मान अंतिम संस्कार किया जाएगा। रविवार को एएसआई भोजराम बिसेन का टिकरापारा और महिला सिपाही सरोज कंवर का देवेंद्र नगर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया है। दोनों को मुक्तिधाम में ही गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद अंतिम सलामी दी गई।
इन प्रमुख शहरों में कोरोना का हाल
रायपुर शहर में पिछले 24 घंटे में 2833 नए मरीज मिले हैं। 37 लोगों की मौत हुई, अब राजधानी में एक्टिव मरीज 22 हजार 726 हैं। दुर्ग में 1650 नए मरीज, 9 लोगों की जान गई अब यहां एक्टिव मरीज 16758 हैं। बिलासपुर में 624 नए मरीज मिले, 2 व्यक्तियों की मौत हुइ अब यहां एक्टिव मरीज 5113 हैं। राजनांदगांव में 759 नए मरीज मिले, 5 लोगों की जान गई और यहां एक्टिव केस 8929 हैं। रायगढ़ में 273 नए मरीज, 3 व्यक्ति की मौत हुई और अब एक्टिव केस 2051हैं। कोरबा में 455 लोग संक्रमित हुए, 3 लोगों की मौत हुई, अब यहां 2878 एक्टिव मरीज हैं। बलौदाबाजार में 403 नए संक्रमित मिले।
श्मशानों का हो रहा बंदोबस्त
राज्य सरकार की तरफ से रविवार को कहा गया कि नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने मुक्तिधामों में मौत के बाद शव जलाने में लम्बा इंतजार और लोगों को आ रही कठिनाइयों को गंभीरता से लिया है। उन्होंने रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर,कोरबा,भिलाई और रिसाली नगर निगम में विद्युत शवदाहगृह स्थापित करने निर्देश दिए हैं। रायपुर, बिलासपुर, भिलाई, कोरबा में विद्युत शवदाहगृह के लिए पहले ही अनुमति दी जा चुकी थी, रिसाली और दुर्ग के लिए 47 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है।
80 प्रतिशत ऑक्सीजन अब अस्पतालों को
प्रदेश में बनने वाली ऑक्सीजन का 80 प्रतिशत अब मेडिकल ऑक्सीजन गैस के रूप में राज्य के अस्पतालों को दी जाएगी। सरकार की तरफ से आदेश में यह भी कहा गया है कि जरूरी होने पर उद्योगों को दी की जाने वाली 20 प्रतिशत ऑक्सीजन भी अस्पतालों को दी जाएगी । स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव सी आर प्रसन्ना की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि ऑक्सीजन गैस उत्पादन करने वाली संस्थाओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि ऑक्सीजन गैस का उत्पादन निरंतर बिना रुकावट के होता रहे।