राजनांदगांव । जिले में बेकाबू हुआ कोरोना अब आक्सीजन भी खींचने लगा है। लगातार गंभीर लक्षण वाले मरीज मिलने के कारण आक्सीजन की खपत बढ़ गई है। जिले में इमरजेंसी जैसे हालात हो गए हैं। शासकीय और निजी अस्पतालों में बेड खाली नहीं है। आइसीयू वार्ड के बेड फुल हैं। वेंटिलेटर में भी जगह नहीं है। शहर के 240 बेड वाले पेंड्री स्थित मेडिकल कालेज कोविड अस्पताल में आक्सीजन की खपत बढ़ गई है। रोजाना यहां 400 आक्सीजन सिलेंडर की खपत है। गंभीर बात यह है कि अस्पतल के प्लांट में केवल 175 सिलेंडर ही रोज तैयार हो पा रहे हैं ऐसे में अस्पताल प्रबंधन को बाकी 225 आक्सीजन सिलेंडर बाहर से मंगाने पड़ रहे हैं। संक्रमितों की संख्या बढ़ने के कारण परिस्थिति बिगड़ गई है। इसके कारण प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। जिला प्रशासन अब बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए संपूर्ण लाकडाउन करने पर भी विचार कर रहा है।
शहर में बिगड़े हालात कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने शहरी क्षेत्र के हालात बिगाड़ दिए हैं। शहर में हर रोज ढाई से तीन सौ पाजिटिव मरीज मिल रहे हैं। इसके चलते प्रशासन ने नगर निगम सीमा क्षेत्र में शाम चार बजे से सुबह छह बजे तक का लॉकडाउन लगाया है, लेकिन लोग आज भी कहर बनकर फैल रहे कोरोना संक्रमण को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। शायद यही वजह है कि लाकडाउन के समय में भी लोग बाजार में घूम रहे हैं। बुधवार को शाम साढ़े चार बजे के बाद भी शहर की सड़कों पर फल की दुकानें लगीं थी। मुख्य मार्गों पर बाइक में चलने वालों की भीड़ थी। लोग बेरोक-टोक आना जाना कर रहे थे। जबकि शाम चार बजे के बाद शहर में लाकडाउन है। शहरवासियों की इस तरह की लापरवाही ही संक्रमण को बढ़ावा दे रही है।
कोविड अस्पताल हाउसफुल पेंड्री स्थित शासकीय मेडिकल कालेज कोविड अस्पताल भी पाजिटिव मरीजों से हाउसफुल हो गया है। अस्पताल के सभी 240 बेड फुल हैं। वेंटिलेटर तक में बेड खाली नहीं है। गंभीर लक्षण वाले संक्रमितों को रेफर ही किया जा रहा है। इस हालात को देखते हुए प्रशासन ने अस्पताल में 120 अतिरिक्त बेड लगाने के निर्देश दिए हैं। वहीं 10 नए वेंटिलेटर भी खरीदने को कहा है। मेडिकल कालेज की डीन डा. रेणुका गहिने ने बताया कि गुरुवार तक वेंटिलेटर की खरीदी कर लेंगे। अतिरिक्त 120 बेड की भी व्यवस्था कर रहे हैं। जल्द ही बेड तैयार कर संक्रमित मरीजों की इलाज की व्यवस्था भी सुनिश्चित करेंगे।