दुर्ग में आज से 14 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन, बेवजह घूमते मिले तो 4 घंटे धूप में खड़ा होना पड़ेगा; राज्य में 24 घंटे में रिकॉर्ड 7302 नए मरीज मिले
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में आज से 9 दिनों के लिए 6 से 14 अप्रैल के मध्य एक बार फिर लॉकडाउन किया जा रहा। 9 दिनों तक ई-पास के बिना कोई भी जिले में नहीं आ सकेगा। बेवजह घूमते मिलने पर 1 हजार रुपए का जुर्माना लगेगा। साथ ही 4 घंटे के लिए ऐसे लोगों को धूप में खड़ा रखा जाएगा। डॉक्टर की पर्ची लेकर दवा के लिए मेडिकल जा सकेंगी। जिले की सभी दवा दुकानें खुल सकेंगी। सरकारी अस्पतालों में कोरोना का टेस्ट जारी रहेगा।
ऐसा पहली बार हो रहा, जब सब्जी दुकानें बंद रहेंगी। केवल दूध भी सुबह-शाम 1 घंटे ही उपलब्ध रहेगा। इसकी बिक्री के लिए दुकानों को सुबह और शाम में 6 से 7 बजे के बीच छूट रहेगी। IMCR से जारी गाइडलाइन के मुताबिक, 100 सैंपल में 5 संक्रमित मिलना ही खतरनाक माना गया है। इससे 5 गुना अधिक दुर्ग का औसत है। इसे देखते हुए लॉकडाउन का निर्णय लिया गया। आई कार्ड दिखाने पर अधिकृत लोगों को पेट्रोल-डीजल मिलेगा।
राज्य में एक दिन में रिकॉर्ड 7302 नए मरीज मिले
उधर, राज्य में कोरोना संक्रमण रोज रिकार्ड तोड़ रही है। राज्य में पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 7302 नए मरीज मिले हैं। ये संख्या पिछले एक साल में एक दिन में मिले मरीजों की सबसे अधिक संख्या है। रविवार को राज्य में 5250 मरीज मिले थे। यानी एक दिन में ही नये मरीजों की संख्या में 2052 मरीजों का इजाफा हो गया।
नए मरीजों के मिलने के बाद राज्य में अब एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 44,296 हो गई है। राजधानी में पिछले 24 घंटे में 1702 नये मरीज मिले हैं जिसके बाद रायपुर में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 10,775 हो गई है। वहीं, राज्य के हॉटस्पॉट दुर्ग में रविवार को 1169 नये मरीज मिले। अब दुर्ग जिले के सक्रिय मरीजों की संख्या 12,589 हो गई है।
राजनांदगांव में एक दिन में दोगुने का अंतर
राजनांदगांव जिले में संक्रमित लोगों की संख्या एक दिन में ही दो गुना से अधिक बढ़ गई है। रविवार को राजनांदगांव जिले में कोरोना संक्रमण के 425 नये मामले आये थे। एक दिन बाद सोमवार को वहां 893 नये मरीज मिले हैं। वहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 3701 हो गई है।
28 में से 18 जिलों में 100 से अधिक मरीज मिले
प्रदेश के 28 में से 18 जिलों में 100 से अधिक मरीज मिले हैं। इनमें से अधिकतर मैदानी जिलों का आंकड़ा 150 से अधिक का है। सोमवार को बिलासपुर में 467, महासमुंद में 338, बेमेतरा में 335, कोरबा में 285, सरगुजा में 190, जशपुर में 171, बालोद में 169, कांकेर में 165, बलौदा बाजार में 162, जांजगीर-चांपा में 161, रायगढ़ में 157, धमतरी में 154, गरियाबंद में 150, कबीरधाम में 104 और बस्तर में 103 नये मरीज मिले।
एक सप्ताह में 216 लोगों की जान गई
कोरोना संक्रमण की वजह से प्रदेश के अस्पतालों में सोमवार को 38 मरीजों की जान गई। एक सप्ताह के भीतर प्रदेश में संक्रमण की वजह से मरने वालों की संख्या 216 हो गई है। सोमवार को सबसे अधिक 20 मरीजों की जान रायपुर में ही गई। दुर्ग में 6 मरीजों की मौत हुई।
वैक्सीन स्टॉक में आज के लिए बचा टीका
छत्तीसगढ़ में कोरोना टीकाकरण अभियान को जारी रखना मुश्किल हो गया है। प्रदेश के वैक्सीन भंडारों में अब आज वैक्सीनेशन के लायक ही टीका बचा हुआ है। अगर आज केंद्र सरकार ने टीके की नई खेप नहीं भेजी तो प्रदेश में टीकाकरण बंद हो जाएगा।
छत्तीसगढ़ के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर अमर सिंह ठाकुर ने बताया, “सोमवार को प्रदेश में 50 हजार डोज बचे थे। बाद में 3.50 लाख डोज आए।” बताया जा रहा है कि यह टीका सभी जिलों तक नहीं पहुंच पाया। ऐसे में सोमवार को टीकाकरण केवल 1510 केंद्रों पर ही हुआ। कुल 129138 लोगों को ही टीका लगाया जा सका। अधिकारियों ने बताया, जल्दी ही टीका नहीं मिला तो वैक्सीनेशन बंद हो जाएगा।
सरकार ने रोज 2 लाख से अधिक टीकाकरण का लक्ष्य तय किया है। सोमवार को छत्तीसगढ़ में रोज से कम टीककरण केंद्रों पर टीके लगाए गये। यह वैक्सीन की कमी की वजह से हुआ।
RT-PCR टेस्ट की संख्या बढ़ाएगी सरकार
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सोमवार को कोरोना जांच की स्थिति की समीक्षा की। उसके बाद रैपिड एंटीजन टेस्ट की तुलना में RTPCR टेस्ट की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये। विशेषज्ञों का कहना था कि संक्रमण की सटीक रिपोर्ट देने में RT-PCR टेस्ट कारगर है। अभी प्रदेश में जो टेस्ट हो रहे हैं उनमें एंटीजन और RT-PCR का अनुपात 60:40 है।