राजनांदगांव/डोंगरगढ़ । डोंगरगढ़ के दंतेश्वरी पारा में रहने वाले अविनाश रामटेके की हत्या के तीसरे दिन पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली। पुलिस ने अविनाश की पत्नी सुष्मिता रामटेके और उसके प्रेमी कौशल उर्फ डायमंड साहू समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अविनाश की हत्या की वजह उसकी पत्नी की प्रेम कहानी बताई गई है। सुष्मिता ने प्रेमी डायमंड को पाने के लिए पति की हत्या करा दी और दो दिनों तक पति को खोने की नौटंकी करते आंसू बहाती रही। पुलिस की जांच जब उसकी प्रेम कहानी की ओर घूमी तब भांडा फूटा। आरोपित कौशल ने हत्या के राज उगल दिए।
डोंगरगढ़ थाना प्रभारी अलेक्जेंडर किरो ने बताया कि नयापारा टेकारी रायपुर मांढर निवासी 29 वर्षीय कौशल उर्फ डायमंड हत्या का मुख्य आरोपित है। उसने 23 मार्च की रात को अविनाश को फोन कर बुलाया था। फिर मुरमुंदा रोड पर अविनाश के साथ शराब पी। इसके बाद सुष्मिता के नाम पर दोनों में बहस हुई और तैश में आकर कौशल ने बीयर की बोतल से अविनाश के सिर, गले पर वार कर दिया। अविनाश जमीन पर गिर गया, तब कौशल ने बीयर की बोतल उसके पेट में घुसा दी, जिससे मौके पर ही अविनाश की मौत हो गई। लाश को मुरमुंदा सड़क किनारे नहर के पास छोड़कर आरोपित अपने दोस्तों के साथ फरार हो गया था। पुलिस से बचने के लिए कौशल अपना मोबाइल फोन घर में ही छोड़कर गया था, ताकि लोकेशन ट्रेस न हो सके, फिर भी पुलिस से बच नहीं पाया।
पत्नी ने ही बनाई थी योजना हत्याकांड से पर्दा उठते ही पुलिस ने पत्नी सुष्मिता रामटेके को गिरफ्तार किया। पूछताछ में वह टालमटोल करने लगी, लेकिन डायमंड से उसके प्रेम संबंध के बारे में पूछताछ की तो उसने अविनाश की हत्या की वजह बताई। उसके अनुसार उसका पति अविनाश अधिक रुपये के लिए उसे देह व्यापार करने दबाव बनाता था, जिससे वह परेशान थी। इसी बीच उसकी पहचान कौशल से हुई, जो कुछ ही दिनों में प्रेम संबंध में बदल गई। पति के बर्ताव पर सुष्मिता हमेशा कौशल से हमेशा चर्चा करती थी। कुछ दिन पहले ही सुष्मिता ने कौशल से मिलकर अविनाश को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी।
यह है मामला डोंगरगढ़ के दंतेश्वरी पारा वार्ड दो निवासी अविनाश रामटेके ड्राइवर था। उसके पास खुद की एक कार थी, जिसे वह किराए पर चलाता था। 23 मार्च की शाम को अविनाश अपनी बहन को यह बताकर निकला था कि वह कुछ देर में लौट आएगा। उसने यह भी बताया था कि उसे किसी डायमंड का फोन आया है, जिससे मिलने जा रहा है। दूसरे दिन सुबह मुरमुंदा में सड़क किनारे नहर के पास झाड़ी के बीच अविनाश का शव मिला था।
दोस्तों को बम्लेश्वरी मंदिर के दर्शन कराने के नाम पर लाया था आरोपितः पुलिस ने बताया कि आरोपित कौशल साहू अपने दोस्त बरौदा मांढर निवासी 23 वर्षीय सूर्यकांत तिवारी और 26 वर्षीय प्रीतम साहू को डोंगरगढ़ मंदिर दर्शन के कराने के नाम पर कार से लेकर आया था। दर्शन के बाद कौशल ने किसी के मोबाइल फोन से अविनाश को फोन किया। अविनाश अपनी कार से कौशल की बताई जगह पर पहुंचा। वहां से कौशल उसके साथ बैठ कर बेलगांव शराब दुकान गया और वहां से शराब खरीदकर दोनों मुरमुंदा रोड पर पहुंचे और शराब पी। कौशल ने वहीं बाकी दोस्तों को भी बुला लिया। अविनाश की हत्या करने के बाद कौशल अपने दोस्तों के साथ तुमड़ीबोड़ होते हुए राजनांदगांव से रायपुर लौट गया। राजनांदगांव में आरोपित कौशल ने अपने दोस्तों से टी-शर्ट व लोवर भी खरीदवाया। खून से सने कपड़ों को आरोपित ने खरखरा नदी में फेंक दिया। अविनाश के मोबाइल को तोड़कर आधा हिस्सा घटना स्थल के पास और बाकी टुकड़ों को तुमड़ीबोड़ रोड पर फेंका था।