बार्डर पर 95 लोगों की जांच में मिले तीन पाजिटिव, बम्लेश्वरी के दर्शनार्थियों का भी टेस्ट शुरू
राजनांदगांव । पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के शहरों में लाकडाउन और कोरोना के विस्फोट के बाद छग की इंट्री पाइंट पर प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। महाराष्ट्र सीमा से सटे राजनांदगांव जिले के बागनदी बार्डर पर अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा रहा है। गुरुवार को पहले दिन बागनदी और बोरतलाव बार्डर पर करीब 95 लोगों की कोरोना जांच हुई, जिसमें तीन यात्री पाजिटिव मिले। इनमें से दो को पेंड्री स्थित मेडिकल कालेज कोविड अस्पताल लाया गया, एक संक्रमित को होम आइसोलेट के लिए रवाना किया गया। बागनदी में उप-स्वास्थ्य केंद्र को सैंपलिंग सेंटर बनाया गया है।
इसके अलावा बिना मास्क लगाए आने वाले 19 लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई कर 3800 जुर्माना वसूला गया। प्रशासन ने डोंगरगढ़ मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों और वहां के कर्मचारियों की कोरोना जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को डोंगरगढ़ मां बंलेश्वरी मंदिर परिसर में 86 लोगों की कोरोना जांच की गई।
सख्ती देख बार्डर से लौटे कई वाहन
बार्डर पर 30 से 35 प्रतिशत लोग कोरोना जांच के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। ऐसे लोगों को बार्डर से ही वापस लौटाया जा रहा है। बाकी लोग जागरूकता दिखाते हुए आरटीपीसीआर का टेस्ट कराकर ही सफर कर रहे हैं। गुरुवार को कोरोना जांच कराने से तैयार नहीं हुए करीब 40 से 50 वाहनों में सवार लोगों को बार्डर से ही लौटा दिया गया। डोंगरगढ़ एसडीएम अविनाश भोई ने कहा कि बागनदी और बोरतलाव दोनों की सीमाओं पर कोरोना की जांच की जा रही है। जो जांच से कतरा रहे हैं उन्हें इंट्री नहीं दी जा रही है, वहीं से वापस लौटा दिया जा रहा है।