राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ अस्पताल में भी मरीज बढ़ रहे हैं। इनमें से अधिकतर मरीज आईसीयू और वेंटिलेटर पर भर्ती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से प्रतिदिन भर्ती होने वाले रोगी बढ़ रहे हैं। इनमें अधिकतर पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, पिछले साल दसिंबर तक अस्पतालों में तीन हजार मरीज भर्ती थे, जिनकी संख्या करीब डेढ़ महीने तक कम होते हुए 20 फरवरी को 407 रह गई थी, लेकिन उसके बाद से अस्पतालों में रोगी दोबारा से बढने लगे है। बीते तीन सप्ताह में 175 मरीज भर्ती हुए हैं।इनमे से 80 से ज्यादा आईसीयू में भर्ती हैं। इस समय रोजाना आ रहे मरीजों में से अधिकतर का इलाज होम आइसोलेशन में ही किया जा रहा है, लेकिन जो मरीज अस्पताल आ रहे हैं। उनमें अधिकतर की हालत गंभीर है।
लोक नायक अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि जनवरी के दौरान कई दिन ऐसे भी थे, जब अस्पताल में एक भी मरीज भर्ती नहीं हो रहा था, लेकिन अब कुछ सप्ताह से रोजाना दो से तीन मरीज भर्ती हो रहे हैं, हालांकि इसमें चिंता की कोई बात नहीं है, लेकिन अब समय आ गया है कि लोग कोरोना को गंभीरता से लें और इस महामारी से बचाव के नियमों का सख़्ती से पालन करें।