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छत्तीसगढ़राजनांदगांव जिला

राजनांदगांव : धमतरी हिरासत में मौत, खाकी हुई लाल, करोड़ो के खेल के पिछे कौन है प्रभावशाली, उद्योगपति , नेता!

राजनांदगांव l समीपस्थ ग्राम भंवरमरा के युवक कि पुलिस कस्टडी मे हुई मौत ने समूचे गांव को हिला कर रख दिया, धान खरीदी के व्यवसाय से जुड़ा दुर्गेश विगत कुछ वर्षों से धान खरीदी का काम करता था ग्रामीणों के बताएं अनुसार जितना बड़ा व्यापार में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है उसकी माली स्थिति देखकर लगता नहीं कि करोड़ों का खेल बिना किसी प्रभावशाली व्यापारीक मदद से करने कि हिम्मत जुटाया होगा। बेहद ही मिलनसार वक्तित्व और अपने काम से काम रखने वाला दुर्गेश इतना बड़ा घोटाला अकेले कर लिया होगा और हालत कोई खास नहीं कि जीवन शैली में कोई बड़ा परिवर्तन भी देखा गया हो एक हजार स्क्वेयर फीट का साधारण सा पक्का मकान है जिसमें दुकाननुमा सामने बना कर शटर लगाया गया है। दबी जुबान से ग्रामीण क्षेत्र के आसपास के लोग घोटाले से इंकार भी नहीं कर रहे हैं पर उनके बातो से ऐसा लगता है कि इस घोटाले के पीछे बड़े बड़े लोगों का हाथ होने कि शंका जताई जा रही है। धमतरी ज़िले के अर्जुनी थाना में राजनांदगांव के ग्राम भंवरमरा के दुर्गेश कठोलिया पर धान खरीदी के मामले में अपराध दर्ज हुआ था। दुर्गेश ने पौने आठ करोड़ की ठगी की थी। इस मामले में रिमांड मिलने के बाद अचानक दुर्गेश की पुलिस रिमांड में मौत हो गई। जिला अस्पताल में डाक्टरों ने आरोपी को मृत घोषित कर दिया। मृतक की पत्नी दुर्गा, पिता लक्ष्मण, मां सुशीला और बहन योगिता सहित अन्य परिचित के लोग धमतरी पहुंचे, जहां पुलिस प्रताड़ना से मौत होने का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। मृतक के शव को पो्टमार्टम के पश्चात् परिजन अपने गांव भंवरमरा अंतेष्टी के लिए ला चुके है जहां आज अंतेष्टी किया जाना है।

आखिर कौन है जिसने करोड़ों का धान खरीदने मृतक को दी हिम्मत वो धान खरीदा किसने

राजनांदगांव के महज छोटे से गांव में रहने वाला दुर्गेश जिसका परिवेश ही साधारण सा नजर आ रहा है आखिर किस बिनाह पर किसानो ने समर्थन मूल्य कि सरकारी खरीदी में ज्यादा मुनाफे को छोड़ कर किसानो ने करोड़ों का धान अदने से व्यक्ति को बेच दिया । आखिर क्या वजह रही कि किसानो ने करोड़ों रूपए के लेनदेन पर भरोसा किया? ऐसा तो नहीं कि इस दुर्गेश के पीछे पीछे कोई बड़ा धुरंधर खिलाड़ी कंधे पर बंदूक रख पूरे खेल को खेल रहा होगा? क्या बिना किसी साख और भरोसे के करोड़ों रूपए का लेनदेन सौ किलोमीटर दूर रहने वाले किसी व्यक्ति से बिना प्रभावशाली व्यापारी के संबंधो के बिना संभव है। पुलिस को इस मामले में गंभीर जांच कि आवश्कता है तभी वर्दी में लगे कत्ल के दाग को मिटाया और जनमानस पर खाखी पर भरोसा कायम किया जा सकता है।

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