यूरोप मैथ ओलंपियाड के लिए चुनी गई भारतीय मूल की छात्रा ब्रितानी सबसे कम उम्र की सदस्य
लंदन । जॉर्जिया में अगले महीने होने वाले प्रतिष्ठित ‘यूरोपियन गर्ल्स मैथेमैटिकल ओलंपियाड’ (ईजीएमओ) के लिए चुनी गई भारतीय मूल की 13 वर्षीय छात्रा ब्रितानी टीम की अब तक की सबसे कम उम्र की सदस्य है। लंदन में डलविच के एलयंस स्कूल की छात्रा आन्या गोयल ने गणित के सवाल सुलझाने के अपने जुनून को पूरा करने के लिए पिछले साल लागू लॉगडाउन का भरपूर इस्तेमाल किया। मैथ ओलंपियाड के विजेता रह चुके अपने पिता अमित गोयल के मार्गदर्शन से उसने ईजीएमओ के लिए चुनी जाने वाली ब्रितानी टीम का हिस्सा बनने के लिए ‘यूके मैथेमैटिक्स ट्रस्ट’ (यूकेएमटी) द्वारा आयोजित परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित किया।
आन्या ने कहा, ओलंपियाड के सवाल सुलझाने के लिए रचनात्मक होने और गहराई से सोचने की आवश्यकता होती है। कई बार एक ही सवाल को सुलझाने में कई दिन लग जाते हैं, लेकिन आपको हार नहीं माननी होती और नए विचारों के साथ सवाल सुलझाने होते हैं। यूकेएमटी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए हर साल पूरे ब्रिटेन में माध्यमिक विद्यालयों के छह लाख से अधिक छात्र आवेदन करते हैं, जिनमें से हर साल नवंबर में होने वाले ‘ब्रिटिश मैथेमैटिकल ओलंपियाड’ के लिए शीर्ष 1,000 छात्रों को आमंत्रित किया जाता है। इनमें से ‘ब्रिटिश मैथेमैटिकल ओलंपियाड’ के दूसरे दौर के लिए शीर्ष 100 छात्र चुने जाते हैं। आन्या ने ईजीएमओ में भाग लेने वाली ब्रितानी टीम में चुनी गई शीर्ष चार लड़कियों में स्थान बनाया और इसी के साथ वह इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सबसे कम उम्र की छात्रा बन गई है। इससे पहले यह रिकॉर्ड 15 वर्षीय एक छात्रा के नाम था। आन्या को उसकी आदर्श एवं दुनिया की सर्वश्रेष्ठ महिला गणितज्ञ मानी जानी वाली युहका माचिनो के साथ टीम में चुना गया है।