राजनांदगांव । शहर के मोहारा स्थित शिवनाथ नदी के तट पर आयोजित होने वाली शिवगंगा महा आरती का आयोजन बीते गुरुवार की संध्या प्रदोष तिथि पर किया गया । शिवगंगा महा आरती में शामिल होकर श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ और मां गंगा की आरती करते हुए अपने परिवार में सुख समृद्धि की कामना की, तो वही नदियों में जल बरकरार रहने के लिए प्रार्थना करते हुए नदियों के संरक्षण और संवर्धन का संदेश दिया।
शिवगंगा महा आरती समिति द्वारा आयोजित इस महाआरती में शामिल होकर श्रद्धालुओं ने पहले भगवान भोलेनाथ की महा आरती की और इसके बाद मां गंगा की आरती करते हुए वर्तमान समय में जल संकट की स्थिति को देखते हुए विशेष प्रार्थना की। शिव गांगा आरती में शामिल होने पहुंची मीराबाई प्रजापति ने कहा कि इस शिव गंगा आरती में शामिल होने से सुखदअनुभूति मिलती है । वहीं उन्होंने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से जल संरक्षण करने का संदेश मिलता है।
0 विलुप्त हो रही नदियां
शिवगंगा महा आरती के संस्थापक वरिष्ठ पत्रकार आलोक शर्मा ने कहा कि शिवगंगा महा आरती लगभग 7 वर्ष पहले प्रारंभ की गई थी । इसका उद्देश्य लोगों में विलुप्त होती नदियों के प्रति संरक्षण और संवर्धन की भावना जागृत करना है । उन्होंने कहा कि आज नदियों के संरक्षण संवर्धन के अभाव में नदिया विलुप्त होते जा रही है।
0 प्रदोष पर धार्मिक महत्व
शिवगंगा महा आरती संपन्न करने वाले पंडित अनिल तिवारी ने कहा कि शिवगंगा महाआरती के आयोजन से लोगों में आध्यात्मिक जुड़ा होता है, तो वहीं इस महा आरती के माध्यम से दिए जाने वाला जल संरक्षण का संदेश भी लोगों तक आसानी से पहुंचता है। उन्होंने कहा कि प्रदोष तिथि पर भगवान शिव की आरती करने से परिवार में सुख समृद्धि आती है ।
0 जल बचाने की अपील
शिवगंगा महा आरती के आयोजन में मोहरा, सिंगदई, सहित आसपास के ग्रामीण वार्डो से लोग शामिल हुए और पूजा अर्चना करते हुए सभी से जल संरक्षण करने की अपील की।