फोरलेन की जद में आएंगे भवन और दुकानें
डोंगरगांव। राज्य सरकार के बजट में नगर से गुजरने वाले स्टेट हाइवे को फोरलेन में तब्दील करने का प्रस्ताव आने के बाद व्यापारियों की नींद उड़ गई है। फोरलेन की जद में बड़ी संख्या में भवन व दुकानें आएंगे। बजट में प्रस्ताव आने का जहां एक ओर आमजनता द्वारा स्वागत किया जा रहा है तो वहीं फोरलेन निर्माण की जद में आने वाले सड़क किनारे के व्यापारियों में दहशत के साथ आक्रोश की स्थिति है।मुख्य मार्ग में बीच डिवाइडर से लेकर दोनों ओर लगभग 40 से 45 फीट तक व्यापारी प्रभावित होगें। बता दें कि मुख्ममंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश का बजट प्रस्तुत करते हुए डोंगरगांव नगर में स्टेट हाइवे के किलोमीटर 23.4 से 26.10 तक शहरी क्षेत्र में फोरलेन मार्ग का लगभग 3.80 किलोमीटर निर्माण करने का प्रस्ताव किया गया है। जिसमें लगभग 22 करोड़ रुपये का व्यय होने का अनुमान जताया गया है। प्रदेश के बजट में उक्त प्रस्ताव आते ही नगर में यह आमचर्चा का विषय बन गया है।हालांकि, इससे पहले क्षेत्रीय विधायक दलेश्वर साहू ने अपने जन्मदिन के अवसर पर सार्वजनिक कार्यक्रम में नगर के बीच से गुजरने वाली स्टेट हाइवे के चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण के संबंध में प्रारंभिक जानकारी दी थी। लेकिन सड़क सौंदर्यीकरण फोरलेन निर्माण में परिवर्तित हो जाएगा। यह किसी को अंदेशा नहीं था। फोरलेन निर्माण के प्रस्ताव को विधायक साहू की मंशानुरूप अंतिम माना जा रहा है और इसके पारित होने की पूर्ण संभावना को देखते हुए राजनंादगांव-चौकी मार्ग पर दोनों ओर बसे व्यापारियों में आगामी दिनों में होने वाले चौड़ीकरण व टूटफूट को लेकर भय और दहशत की स्थिति है।
चार किमी में सडक के दोनों ओर बनेगा टू लेन
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बगदई नदी स्थित पुल के पास से चौकी रोड स्थित मोहड़ चौक तक सडक के दोनों ओर टू लेन सड़क का निर्माण तथा सौंदर्यीकरण का प्रस्ताव है। इसमें बीच में लगभग दो से तीन फीट तक डिवाइडर बनना संभावित है। उसके बाद टू लेन अंतर्गत अधिकतम 40 से 45 फीट तक में सडक, नाली आदि बनाया जाएगा। इस संबंध में शासन के गाइड लाईन का इंतजार है। लेकिन लोक निर्माण विभाग के सूत्रों के अनुसार जो प्रचलित मानक है उसके अनुसार टू लेन में 10 मीटर अर्थात लगभग 35 फीट सड़क की चौड़ाई होती है और यदि इसमें पगडंडी तथा नाली निर्माण को जोड़ा जाए तो तो लगभग सात से आठ की चौड़ाई और माना जा सकता है। इस प्रकार टू लेन के निर्माण में अधिकतम 40 से 45 फीट भूमि एक ओर उपयोग में आ सकता है।
सड़क किनारे बसे व्यापारियों में दहशत
जैसे ही नगर में फोरलेन निर्माण का प्रस्ताव आया है, सर्वाधिक दहशत तथा आक्रोश में नगर में स्थित मुख्य मार्ग के दोनों ओर सबसे ज्यादा करीब में बसे व्यापारी तथा आम लोग है। नगर में सडक के चौड़ीकरण को लेकर तरह तरह की अफवाहें भी सामने आ रही है। कई लोग अपने-अपने अनुमान के अनुसार सडक चौड़ीकरण का मापदंड तय कर रहे हैं। नगर के हृदयस्थल कहे जाने वाले पुराना बस स्टैंड से लेकर चौकी रोड़ तक अनेक व्यापारियों तथा नागरिकों के दुकान तथा घर डिवाइडर से लगभग 15 से 20 फीट की दूरी पर है। ऐसे लोगों में चौड़ीकरण को लेकर सर्वाधिक दहशत है। हालांकि ऐसे लोगों के कारण ही नगर में सुगम यातायात में परेशानी भी उत्पन्ना होती है।
शासकीय भवन व ओपन जिम भी जद में
नगरीय क्षेत्र में फोरलेन निर्माण का प्रस्ताव होने के बाद इसकी जद में अनेक शासकीय भवन तथा नगर में कुछ ही दिनों पूर्व उद्घाटित ओपन जिम के भी आने की पूर्ण संभावना है। लाखों रूपये खर्च कर दो-तीन मीहने पूर्व ही ओपन जिम का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा मुख्य मार्ग पर अनेक सामाजिक भवन भी स्थित है, जो बमुश्किल सडक से 20 फीट की दूरी पर बना दिया गया है।अब ऐसे भवनों में टूट-फूट के साथ शासन से अनुदान में मिले लाखों रुपयों के अपव्यय होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। बहरहाल, फोरलेन निर्माण के लिए टंेडर तथा सर्वे होने के बाद ही यह तय होगा कि नगर में कौन-कौन व्यापारी और नागरिक प्रभावित होगें और किनके-किनके पक्के निर्माण टूटेंगे। फिलहाल अभी इन सबमें लगभग एक वर्ष का समय लगेगा।