सूरजपुर/ माननीय मुख्य न्यायधीपति रमेश सिन्हा ने सूरजपुर के अभिलेखागार एवं पीड़ित विश्राम कक्ष का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं पोर्टफोलियों न्यायाधीश सूरजपुर न्यायमुर्ति अमितेन्द किशोर प्रसाद की भी वर्चुअल रूप में गरिमामयी उपस्थिति रही।
माननीय मुख्य न्यायधीपति ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए सूरजपुर के अभिलेखागार में समस्त अभिलेखों को सुव्यस्थित रूप से रखे जाने एवं वर्ष 1949 के अभिलेख को सुरक्षित रखे जाने की प्रसंशा किये एवं पीड़ित विश्राम कक्ष की प्रसंशा करते हुए कहा कि पॉक्सो पीड़ितों के बालकोमल मन एवं उनके साथ हुए घटना की मनोदशा को ध्यान में रखते हुए पीड़ित विश्राग कक्ष हर जिलो में होना चाहिए जिससे वे न्यायालय में अपने साथ हुए घटना को बिना किसी डर, दबाव एवं झिझक के सुरक्षित होकर न्यायाधीश के समक्ष अपना बयान अच्छे महौल में दर्ज करा सके। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायाधीश, जिला के सभी वरिष्ठ न्यायाधीश एवं मजिस्ट्रेट, जिला न्यायाधीश, पुलिस अधीक्षक, अधिवक्तागण, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, न्यायालय के कर्मचारीगण एवं पीएलव्ही व्यक्तिगत रूप से जिला न्यायालय सूरजपुर में उपस्थित रहे।