advertisement
छत्तीसगढ़राजनांदगांव जिला

राजनांदगांव : कृषक उन्नति योजना के तहत जिले के 1 लाख 33 हजार 16 पंजीकृत किसानों के बैंक खाते में 1617 करोड़ 38 लाख 53 हजार रूपए की राशि अंतरित

– खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में पंजीकृत किसानों की संख्या में हुई 4947 की हुई वृद्धि
– माइक्रो एटीएम से किसानों ने 4 करोड़ 21 लाख 74 हजार रूपए की राशि का किया आहरण
– किसानों में बहुत खुशी एवं उत्साह

राजनांदगांव। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में शासन द्वारा कृषक उन्नति योजना के तहत खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी की गई। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में राजनांदगांव जिले के 96 धान उपार्जन केन्द्रों में 1 लाख 33 हजार 16 पंजीकृत किसानों से 701488.36 टन समर्थन मूल्य में धान खरीदी की गई और 1617 करोड़ 38 लाख 53 हजार रूपए का भुगतान किसानों के बैंक खाते में अंतरित किया गया। शासन द्वारा कृषक उन्नति योजना के तहत समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी से किसानों को बहुत फायदा हुआ है, जिससे किसानों में बहुत खुशी एवं उत्साह है। जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में पंजीकृत किसानों की संख्या में 4947 किसानों की वृद्धि हुई है, जिससे पता चलता है कि खेती-किसानी में युवाओं तथा लोगों का रूझान बढ़ा रहा है। खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में पंजीकृत किसानों की संख्या 1 लाख 28 हजार 69 थी। जिसने 700835.40 टन समर्थन मूल्य में धान की खरीदी की गई और 1534 करोड़ 35 लाख13 हजार रूपए का भुगतान किसानों के बैंक खाते में अंतरित किया गया था।

कलेक्टर संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में जिले के सभी 96 धान उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। धान उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी के लिए कांटा-बांट, नापतौल, बारदाना, कम्प्यूटर सेट, प्रिंटर, आद्र्रतामापी यंत्र, सीसीटीवी कैमरा, रखरखाव, पेयजल, स्वास्थ्य किट, छांव, बायोमेट्रिक डिवाईस मशीन, मानव संसाधन सहित अन्य सभी आवश्यक मूलभूत व्यवस्था की गई थी। किसान ने धान बिक्री के लिए नई व्यवस्था टोकन तुंहर हाथ ऑनलाईन एप के माध्यम से आसानी से टोकन प्राप्त किया। ऑनलाईन टोकन मिलने से किसानों को सुविधा के साथ समय की बचत भी हुई। किसानों अपने धान बिक्री के लिए निर्धारित तिथि को धान खरीदी केन्द्र पहुंचकर इलेक्ट्रानिक कांटा बाट मशीन के माध्यम से धान की तौलाई कराई और धान की बिक्री की। धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर किसानों के खाते में राशि प्राप्त हो गई। इस वर्ष धान उपार्जन केन्द्रों में माईक्रो एटीएम लगाये गए थे। माइक्रो एटीएम में प्रतिदिन 10 हजार रूपए अधिकतम आहरण की सीमा निर्धारित थी। जिले में उपलब्ध 74 माइक्रो एटीएम के माध्यम से किसानों ने 4 करोड़ 21 लाख 74 हजार रूपए की राशि आहरण की गई। माइक्रो एटीएम के माध्यम से तत्काल राशि मिलने से किसानों में खुशी रही।

Advotisment

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button