राजनांदगाँव शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगाँव मे तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत के संयुक्त तत्वाधान मे कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ कार्यक्रम के समापन पड़ाव मे कुल 21 शोधर्थियों ने अपने शोध पत्रों का वाचन किया। जिसमें शोधार्थी रेशमी पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, श्री शांकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई ने भारतीय साहित्य मे यात्रा वृतांत की परम्परा (छत्तीसगढ़ राज्य के सन्दर्भ में) विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत की।इस पत्र वाचन में बताया कि जब सबसे पहले चीनी यात्री व्हेनसांग छत्तीसगढ़ यात्रा में आए थे तब यहां कि प्राचीन एवं ऐतिहासिक भूमि सिरपुर कि यात्रा किए और जब इस स्थल कि चर्चा विदेशों में हुई तब से हर वर्ष 50 से 60 विदेशी यात्री छत्तीसगढ़ में सिरपुर भ्रमण के लिए जरूर आते है, जो हम छत्तीसगढ़िया के लिए गर्व कि बात है। इनके शोध वाचन के पाश्चात् डॉ. सुधीर कुमार ने विदेशी पक्षी के पर्यटन विषय पर शोध करने के लिए सुझाव दिए साथ ही मुख्य अतिथि एवं अध्यक्षता डॉ. पूर्णिमा केलकर ने शोध समीक्षा में इनके रिसर्च कार्य कि जमकर प्रशंशा किये और आगे शोध कार्य पूर्ण करने के लिए शुभकामनायें दिए।
