नेपाल ने भारत को भेजा खतरे का अलर्ट, 50 से अधिक गांवों में बाढ़ का खतरा
नई दिल्ली । उत्तराखंड में चमोली जिले में हुई प्रलय के बाद देश के सामने एक ओर खतरा आ पड़ा है। नेपाल ने भारत को अलर्ट किया है। पड़ोसी देश ने एक झील में दरारें आने से शारदा नदी में बाढ़ का खतरा बढ़ने की चेतावनी दी है। जिसका कहर 50 से अधिक गांवों पर टूटेगा। नेपाल में महाकाली नाम से जाने जाने वाली शारदा नदी में उफान आने की संभावना है। अलर्ट में कहा गया है कि धारचूला में नदी के निकट झील के चारों तरफ का क्रॉन्क्रीट कमजोर हो गया है।
नेपाल के कंचनपुर जिले में अधिकारियों ने उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी प्रशासन को पत्र भेजा है। जिसमें कहा गया है कि उनकी एक झील में रखरखाव का कार्य चल रहा है। जिसके चलते उसमें दरार आ गई है और शारदा नदी में उफान आने की संभावना है। लेटर में कहा गया है कि धारचूला में नदी के निकट झील के चारों ओर का क्रॉन्क्रीट कमजोर पड़ गया है। इस पर अभी मरम्मत का काम चल रहा है। इस मामले में लखीमपुर खीरी के अफसरों ने कहा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने का झील की दरारों से सीधा कोई वास्ता नहीं है। इस लिए चिंता की कोई बात नहीं है। वहीं शारदा नदी के पास स्थित 50 से अधिक गांवों को सतर्क कर दिया है। अधिकारियों ने कहा कि प्रशासन जल स्तर की निगरानी कर रहा है और बनबसा बैराज के कर्मचारियों के साथ संपर्क में हैं। आवश्यकता पड़ने पर गांवों को खाली कराया जाएगा। लखीमपुर खीरी के जिला अधिकारी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है। यहां एक बांध पर थोड़ी दरारें थीं और इसे लेकर अलर्ट कर दिया है। जांच के बाद हम लगातार नदी में जल स्तर की निगरानी कर रहे हैं और बैराज के अफसरों के साथ संपर्क में बने हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि किसी बड़ी लीक होने की संभावना नहीं है, दरारों को जल्द ठीक कर दिया है। किसी भी अनहोनी स्थिति में गांवों को खाली कराने के लिए समय है।