राजनांदगांव : धान उपार्जन केन्द्रों में भौतिक सत्यापन का कार्य गंभीरतापूर्वक करें नोडल अधिकारी : कलेक्टर
– 31 जनवरी तक होगी धान खरीदी
– एचएमपीवी वायरस से सावधानी रखने की जरूरत
– स्वास्थ्य विभाग एवं टीम को सजग रहने के दिए निर्देश
– ग्रामों में पानी की कमी को दूर करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की जरूरत
– प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत आवास निर्माण कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश
– साप्ताहिक समय सीमा की बैठक संपन्न
राजनांदगांव । कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि जिन ग्रामों में जल संकट की स्थिति है, वहां जल संसाधन, सीएससीबी, क्रेडा, खनिज विभाग तथा जनपद सीईओ योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए उन ग्रामों में जल संकट की स्थिति को दूर करने के लिए कार्य करेंगे। इसके लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है। किसानों को धान फसलें अन्य फसल लेने के लिए अन्य विभाग मनरेगा, खनिज विभाग, विद्युत विभाग एवं अन्य संबंधित विभाग रणनीति तैयार करें। आने वाले समय में सरफेस वाटर की दिशा में विशेष तौर पर कार्य करने की जरूरत है। जल संरक्षण के लिए नागरिकों के प्रयास के साथ ही पौधरोपण, स्वच्छता तथा विभिन्न क्षेत्रों में सक्रियतापूर्वक कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि 31 जनवरी तक धान खरीदी का कार्य किया जाएगा। सभी नोडल अधिकारी इसके लिए भौतिक सत्यापन गंभीरतापूर्वक करें। धान खरीदी शासन की महत्वपूर्ण योजना है। सभी नोडल अधिकारी अनिवार्य रूप से लगातार धान खरीदी केन्द्र का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों में निर्वाचन की संभावना को देखते हुए सभी अधिकारी जिनकी ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें प्रशिक्षण देना है। सभी अधिकारी आदर्श आचार संहिता के नियमों का पालन सुनिश्चित करेंगे। कलेक्टर ने कहा कि एचएमपीवी वायरस कोविड-19 वायरस की तरह ही एक संक्रमण है, जो श्वसन तंत्र को प्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित करता है। उन्होंने इसके मददेनजर स्वास्थ्य विभाग एवं टीम को सजग रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एचएमपीवी वायरस से नागरिकों को घबराने की जरूरत नहीं है। वायरस से बचाव के लिए सभी को सर्तक करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसके प्रति जागरूक रहते हुए सभी कोविड प्रोटोकाल का ध्यान रखते हुए सावधानी रखेंगे। उक्त बातें कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कलेक्टोरेट में आयोजित साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कही।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि जिले में सभी विभागों के कार्य को डिजिटल तरीके से करने के लिए ई-ऑफिस अंतर्गत कार्यों को डिजिटल तरीके से किया जाएगा। इसके लिए नोडल अधिकारी तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा विगत 1 वर्ष में स्वीकृत कार्य तथा प्रगतिरत कार्यों व योजना से लाभान्वित हितग्राहियों की जानकारी पोर्टल में सभी निर्माण विभाग एवं अन्य विभाग समय पर एण्ट्री करें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कार्यालय पर सभी समय पर पहुंचेंगे तथा शासन की योजना अंतर्गत जनसामान्य को लाभान्वित करने एवं उनकी समस्याओं एवं शिकायतों का निराकरण करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी जनसामान्य से मिलने के लिए निर्धारित दिन में कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को हिदायत दी कि बजट, पेट्रोल, विद्युत, निर्माण संबंधी कार्यों के प्रस्ताव अपने विभागों को भेज देंगे तथा समय पर देयकों का भुगतान सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने अधिकारियों को राजस्व शिविर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत जनसामान्य तक सेचुरेशन के लिए कार्य करें। उन्होंने अवैध शराब पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधितों पर जिला बदर की कार्रवाई करने के लिए कहा। कलेक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत आवास निर्माण कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता है। कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी जब भी निरीक्षण के दौरान फिल्ड में जाएंगे, आंगनबाड़ी केन्द्र एवं स्कूल जरूर जाएं तथा फिडबैक लें। उन्होंने कहा कि इससे वहां और बेहतर कार्य हो सकेंगे। जिला पंचायत सीइओ सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी को अप्रैल माह में आवास के कार्य पूर्ण करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या नहीं हो इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की जरूरत है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरत्न ने एचएमपीवी वायरस के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस संक्रमण के लक्षण कोविड-19 संक्रमण के समान है। इस बीमारी से बचाव के लिए मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य सावधानी रखने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि बच्चे एवं बुजुर्गों तथा अस्थमा के मरीजों को सावधानी रखने की जरूरत है। बैठक में वनमंडलाधिकारी आयुष जैन, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, अपर कलेक्टर इंदिरा नवीन प्रताप सिंह तोमर, आयुक्त नगर निगम अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम राजनांदगांव खेमलाल वर्मा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।