- मेडिकल कॉलेज से मोटी तनख्वाह लेकर निजी अस्पताल चला रहे चिकित्सक
राजनांदगांव । राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों की कमी की बढ़ती समस्या के बीच कतिपय चिकित्सक निजी हितों को साधने के लिए कॉलेज में तैनाती के एवज में मोटी तनख्वाह लेकर भी निजी अस्पताल चला रहे हैं। ऐसे ही एक मामला सामने आया है। जिसमें मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक डॉ. चेतन साहू पर निजी तौर पर अस्पताल का संचालन करने का आरोप लगा है।
दिलचस्प बात यह है कि चिकित्सक के अस्पताल के प्रचार-प्रसार से जुड़ी पाम्प्लेट देहात क्षेत्रों में वितरित किए जा रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया में भी चिकित्सक अपने अस्पताल की खूबियों का जमकर प्रचार कर रहे हैं।
इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अतुल देशकर ने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो गलत है। उन्होंने कहा कि क्लीनिकल एक्ट के तहत सीएमएचओ को कार्रवाई करने का अधिकार होता है। वह इस मामले की जानकारी लेंगे।
राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में बतौर एमडी मेडिसीन के पद पर पदस्थ डॉ. चेतन साहू डोंगरगांव रोड में नवजीवन मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल एवं डायग्नोस्टिक सेंटर का संचालन कर रहे हैं, जबकि वह मेडिकल कॉलेज में पदस्थ भी हैं। चिकित्सकों के लिए सरकार का स्पष्ट फरमान है कि निजी तौर पर क्लीनिक अथवा अस्पताल नहीं चला सकते। हालांकि चिकित्सकों को घर में मरीजों का इलाज करने का अधिकार है।
बताया जा रहा है कि नवजीवन मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल एवं डायग्नोस्टिक सेंटर में कई लोगों का सीधा इलाज हो रहा है। मरीजों का सीधे तौर पर उपचार डॉ. चेतन साहू कर रहे हैं। उनके साथ मेडिकल कॉलेज के एक चिकित्सक भी हैं। बताया जा रहा है कि नवजीवन मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल एवं डायग्नोस्टिक सेंटर में देहात क्षेत्रों के मरीज बड़ी संख्या में उपचार के लिए भर्ती हो रहे हैं।
डॉ. साहू ने अस्पताल संचालन को लेकर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को विश्वास में नहीं लिया है। प्रचार-प्रसार के लिए पाम्प्लेट और अन्य संसाधन का उपयोग करने के बाद खुलेआम अस्पताल खोलने की जानकारी सामने आई है। मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त समय देने के बजाय उक्त चिकित्सक निजी अस्पताल में पूरा वक्त दे रहे हैं।
बहरहाल, सरकार के निर्देशों की नाफरमानी कर चिकित्सक ने एक बड़ा अत्याधुनिक अस्पताल खोल रखा है। इसको लेकर विवाद गहराने लगा है।