राजनांदगांव । इसांन को इस वक्त अपने किए हुए बुरे कर्मों की सजा मिल रही है। जिसके कारण घर-घर में बिमारी, लड़ाई-झगड़ा, टेंशन, मानसिक अशान्ति देखने को मिल रही है। भागदौड़ की जिन्दगी में इंसान सुख- शांति का उपाय बताने वाले उक्त के समर्थ सन्त के पास पहँुच नही पा रहा।
सौभाग्य की बात है कि बाबा जयगुरूदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी वक्त के समर्थ सन्त सतगुरू बाबा उमाकान्त जी महाराज अति दया करके अपने छत्तीसगढ़ में पधार रहे हैं।
याद रहे ये वही बाबा उमाकान्त जी महाराज हैं जिनके दर्शन करने, सतसंग सुनने, बताए हुए रास्ते पर चलने से दु:ख, तकलीफ, बीमारियों में फायदा होने लगता है और नामदान लेकर सुमिरन-ध्यान-भजन करने से आत्मिक विकास भी होता है।
अत: आपसे विनीत है कि आप अपने परिवार, इष्ट-मित्र सहित पधारकर लाभ प्राप्त कर लीजिए क्योंकि जीवन में ऐसा अवसर कभी-कभी मिलता है।

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