CG : शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, अधिकारी यह सुनिश्चित करें-प्रभारी सचिव रेणु जी. पिल्ले
धमतरी, अपर मुख्य सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, अध्यक्ष, व्यापम एवं माध्यमिक शिक्षा मंडल तथा धमतरी जिले की प्रभारी सचिव रेणु जी. पिल्ले ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की विभागवार समीक्षा की। इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी, वनमण्डलाधिकारी श्रीकृष्ण जाधव, अपर कलेक्टर जी.आर.मरकाम, नगरनिगम आयुक्त सुश्री प्रिया गोयल सहित जिला स्तरीय अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए प्रभारी सचिव पिल्ले ने नक्शा, खसरा, डिजीटल क्रॉप की जानकारी ली। कलेक्टर सुश्री गांधी ने जिओ रिफ्रेसिंग पूर्ण ग्रामों में सर्वे रिसर्वे की तहसीलवार जानकारी देते हुए बताया कि जिओ रिफेंसिंग उपरांत 7 ग्रामों का नक्शा उपलब्ध कराकर सत्यापन कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही अविवादित नामांतरण के कुल दर्ज 4286 प्रकरणों में से 2499 का निराकरण किया जा चुका है। प्रभारी सचिव ने राजस्व प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। एक पेड़ मां के नाम अभियान की समीक्षा के दौरान वनमण्डलाधिकारी ने बताया कि अभियान के तहत जिले में लक्षित 13 लाख 24 हजार 997 में से 12 लाख 79 हजार 137 पौधों का रोपण किया गया है।
बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले में योजना के तहत वर्ष 2024-25 में स्वीकृत 7720 आवासों में से 108 आवास पूर्ण कर लिए गए हैं और शेष आवासों को मार्च 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत 1266 स्वीकृत आवासों में से 597 आवास पूर्ण कर लिए जाने की जानकारी बैठक में दी गई। इसके साथ ही वनांचल नगरी के ग्राम पंचायत मसानडबरा में आवास कॉलोनी निर्माण कराए जाने की भी जानकारी दी गई। प्रभारी सचिव ने विशेष पिछड़ी जनजाति कमार हितग्राहियों को अधिक से अधिक योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश बैठक में दिए। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ’बिहान’ की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले में 370 ग्राम पंचायतों के 623 ग्रामों में कुल 9122 स्व सहायता समूह संचालित हैं, जिसमें एक लाख 74 सदस्य, 600 ग्राम संगठन, 517 ग्राम संगठन स्टार्टअप कास्ट, 17 संकुल संगठन हैं। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में 90 बैंक सखी हैं, जिनके द्वारा कुल 2578.90 लाख रूपये का ट्रांजेक्शन किया जा चुका है। प्रभारी सचिव ने बिहान के तहत अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़कर उन्हें लाभान्वित करने कहा।
प्रभारी सचिव पिल्ले ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। साथ ही जिले में कमार परिवार की सहभागिता की सराहना की। इसके साथ ही हमारा शौचालय हमारा अभिमान के तहत सफाई कर्मी दीदीयों का सम्मान किया गया, घर-घर कचरा संग्रहण के तहत वर्ष 2024-25 में अब तक कुल 31.36 लाख रूपये की राशि प्राप्त होने की जानकारी बैठक में दी गई। जिले मे स्वीकृत 122 अमृत सरोवरों में से शत्-प्रतिशत अमृत सरोवर पूर्ण कर लिए गए हैं। अन्य अभिसरण से कुल 11 अमृत सरोवर निर्मित किए गए हैं। इनमें रेल्वे बोर्ड से 4, भारतीय जैन संगठन से 4 और भारतमाला के तहत 3 अमृत सरोवर शामिल हैं। इसी तरह चालू वित्तीय वर्ष में 81 आंगनबाड़ी भवन स्वीकृत किए गए हैं।
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन, बारदाना की उपलब्धता, टोकन, उठाव की स्थिति और शासन की मंशानुरूप किसानों को दी गई सुविधा की जानकारी प्रभारी सचिव ने बैठक में ली। बैठक में बताया गया कि जिले में कुलएक लाख 28 हजार 410 किसान पंजीकृत हैं, जिनमें से अब तक 49 हजार 897 किसानों द्वारा समर्थन मूल्य पर धान का विक्रय किया गया है। इसके साथ ही खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त सुविधा और बारदानों की उपलब्धता की भी जानकारी दी गई। जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान बताया गया कि वर्तमान में 623 ग्रामों में से 245 ग्रामों का कार्य शत्-प्रतिशत पूर्ण कर हर घर जल प्रमाणीकरण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। योजनान्तर्गत स्वीकृत सोलर पम्पों का कार्य क्रेडा विभाग द्वारा किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि योजना के तहत जिले के 98 हजार 430 किसानों को लाभान्वित किया गया है। बैठक में प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के तहत पंजीयन, आवेदन की स्थिति, सब्सिडी, सिस्टम प्रक्रिया इत्यादि की जानकारी प्रभारी सचिव ने ली। इसके साथ ही उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत कमजोर विद्यार्थियों को चिन्हांकित कर उनकी मॉनिटरिंग करने और उन्हें शिक्षित करने पर प्रभारी सचिव ने जोर दिया। साथ ही बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी बेहतर करने के निर्देश भी बैठक में दिए गए। प्रधानमंत्री जनमन योजना की समीक्षा के दौरान सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग ने बताया कि जिले में 130 ग्रामों में योजनाओं का सेचुरेशन किया गया है। इसके अलावा जिले में मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में नवाचार, सुप्रजा कार्यक्रम के तहत अब तक कुल 1398 गर्भवती महिलाओं को लाभ, 4663 बच्चों को स्वर्णप्राशन, कुल 893 बच्चों को 26790 सुपोषण मोदक वितरण की जानकारी भी बैठक में दी गई। इसके अलावा पोषण पुनर्वास केन्द्रों में आयुष के माध्यम से जिले के कुल 336 बच्चों को सुपोषित किया गया।
प्रभारी सचिव ने कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, अधिकारी यह सुनिश्चित करें। उन्होंने विशेष पिछड़ी जनजाति कमार हितग्राहियों के उत्थान के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाकर उसे धरातल पर क्रियान्वयन करने कहा, साथ ही समय पर सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर सुश्री गांधी ने प्रभारी सचिव पिल्ले को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन किया जाएगा।