टीकाकरण: तीन लाख लोगों को लगेगा टीका, कुछ लोगों से पीएम मोदी कर सकते हैं बात
पूरे देश में 16 जनवरी यानी शनिवार से टीकाकरण शुरू होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। वे टीका लगवाने वाले कुछ लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक पहले दिन 2,934 जगहों पर लगभग तीन लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा। प्रधानमंत्री इस दौरान वीडियो कांफ्रेंस के जरिए देश के विभिन्न हिस्सों के कुछ स्वास्थ्यकर्मियों के साथ संवाद भी कर सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि इस मौके पर प्रधानमंत्री को-विन (कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क) एप्प भी लांच कर सकते हैं। को-विन भारत सरकार द्वारा विकसित कोविड-19 टीकाकरण वितरण कार्यक्रम का डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसके जरिए देश भर में टीकाकरण वितरण कार्यक्रम की निगरानी की जाएगी। ज्ञात हो कि पहले चरण में तीन करोड़ लोगों का टीकाकरण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें स्वास्थ्यकर्मी और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी शामिल हैं।
एक सेशन में 100 से ज्यादा न हो लोगों की संख्या
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि हर टीकाकरण सत्र में टीका लगवाने वालों की संख्या 100 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। 10 प्रतिशत टीकों को आरक्षित रखा जाए क्योंकि इतने डोज का नुकसान हो सकता है। मंत्रालय ने कहा है कि जैसे-जैसे टीकाकरण आगे बढ़ेगा, वैसे-वैसे केंद्रो की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
अपनी मर्जी का टीका लगाने का फिलहाल विकल्प नहीं
भारत सरकार ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी है। सरकार ने मंगलवार को संकेत दिए कि टीकाकरण में शामिल लोगों को फिलहाल अपनी मर्जी का टीका लगाने का विकल्प नहीं दिया जाएगा।
तीन करोड़ लोगों को मुफ्त लगेगा टीका
पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों और पहली पंक्ति में खड़े दो करोड़ कर्मियों को मुफ्त में टीका लगाया जाएगा। इसके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 साल से कम उम्र के लोगों को टीका लगाया जाएगा। इस तरह लगभग 27 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा।
2360 लोगों को दिया गया प्रशिक्षण
भारत में टीकाकरण अभियान के लिए 2360 लोगों को राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण दिया गया है। इनमें राज्य टीकाकरण अधिकारी, प्रशीतन श्रृंखला अधिकारी, आईईसी अधिकारी तथा अन्य भागीदार शामिल हैं। इसके अलावा 61 हजार से ज्यादा कार्यक्रम प्रबंधन, दो लाख टीकाकरण कर्मी तथा तीन लाख 70 हजार अन्य कर्मियों को राज्य, जिला और खंड स्तर पर प्रशिक्षित किया जा चुका है।