विशेष आलेख: नवागांव सेनीटेशन पार्क में व्यवस्थित तरीके से किया जा रहा शहर की स्वच्छता के लिए कार्य
शहर की सफाई में स्वच्छता दीदी का विशेष योगदान
नवागांव सेनीटेशन पार्क में स्वच्छता दीदी बन रही आत्मनिर्भर
राजनांदगांव 29 दिसम्बर। नवागांव सेनीटेशन पार्क मल्टीएक्टीविटी सेंटर के रूप में स्थापित है। यहां शहर की सफाई करने वाली स्वच्छता दीदी आत्मनिर्भर बन रही हैं और विभिन्न तरह के कार्यों से जुड़कर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनी है। शहर की सफाई में स्वच्छता दीदीयों का विशेष योगदान है। नवागांव सेनीटेशन पार्क शहर की सफाई के लिए एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। जहां महत्वपूर्ण कार्य प्रणाली के जरिए व्यवस्थित तरीके से कार्य किया जा रहा है।
नगर निगम आयुक्त श्री चंद्रकांत कौशिक ने बताया कि वार्ड क्रमांक 1 नवागांव में स्थित सेनिटेशन पार्क कुल 10.50 एकड क्षेत्रफल में विस्तृत है, जहां मणीकंचन केन्द्र (गार्बेज क्लिनिक) में डोर टू डोर प्राप्त कचरे का पृथकीकरण का कार्य किया जाता है और गीला तथा सूखा कचरा अलग किया जाता है। बेलन केन्द्र में शहर से निकलने वाले पालीथीन का बेलिंग कर उसका बण्डल बनाया जाता है। पशुपालन केन्द्र में स्वच्छता दीदीयों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एनिमल फार्मिग का कार्य किया जा रहा है। भस्मीकरण संयंत्र (इन्सीनेटर युनिट) हजार्डयस वेस्ट का डिस्पोजल वैज्ञानिक विधि से किया जा रहा है। यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें स्वास्थ्य के लिए घातक कचरे को वैज्ञानिक विधि से नष्ट किया जाता है। कम्पोस्ट प्रोसेसिंग सेंटर में डोर टू डोर से प्राप्त गीले एवं सूखे कचरे का खाद बनाने का कार्य किया जा रहा है। निर्माण एवं विध्वंश अपशिष्ट प्रसंस्करण एवं संग्रहण केन्द्र में सी.एन.डी वेस्ट से पेपर ब्लॉक, ड्रेन कवर एवं ब्रिक्स बनाया जा रहा है। वहीं गौठान में स्वच्छता दीदी द्वारा गोबर से खाद निर्माण किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नवागांव सेनीटेशन पार्क में फलदार एवं छायादार वृक्षों का रोपण किया गया है। ताकि आने वाले समय में पर्यावरण अच्छा रहे। साग-सब्जी उत्पादन भी यहां आर्गेनिक कृषि द्वारा की जा रही है। मलगाद युक्त संयंत्र प्रणाली (एल.एस.टी.पी प्लांट) में शहर से निकलने वाले सेप्टिक टेंक के पानी को उपचारित कर सोना-खातु निर्माण एवं सिंचाई कार्य किया जा रहा है। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के कार्य में स्वास्थ्य विभाग, स्वच्छता दीदी एवं निकाय के वार्डों की टीम लगी रहती है। वर्तमान में निकाय के 51 वार्डो में सड़क नाली एवं व्यावसायिक क्षेत्रों मेें सफाई हेतु कुल 566 कर्मचारी कार्यरत है। शहर के समस्त 51 वार्डो में सूखे एवं गीले कचरों को डोर टू डोर कलेक्शन किया जा रहा है और इसे निकट स्थित सेंटर में लाकर सिग्रेगेशन किया जाता है। वर्तमान में कुल 19 एसएलआरएम सेंटर एवं 1 कम्पोस्ट शेड कार्यरत है। डोर टू डोर कलेक्शन एवं एसएलआरएम सेंटर का प्रबंधन एवं सम्पूर्ण कार्य राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन द्वारा बनायी गयी स्वसहायता समूह की 365 स्वच्छता दीदियों एवं 71 सफाई मित्रों द्वारा किया जा रहा है।